स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर दिए गए विवादास्पद बयान पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कि हम सभी धर्मों का सम्मान और आदर करते हैं। सभी धर्मों के संतों, गुरुओं और आचार्यों ने समय-समय पर जो विचार और उपदेश दिए हैं, उनको मानते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
सपा प्रमुख ने यह बात गणतंत्र दिवस पर पार्टी मुख्यालय में हुए समारोह में कही। उन्होंने कहा कि आजाद देश का सबसे बड़ा धर्म भारत का संविधान है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान दिया है तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया ने जो विचार और सिद्धांत दिया है, उसी पर चलकर देश में विकास और खुशहाली आएगी।
अखिलेश ने कहा कि एक उद्योगपति को सरकारी लोन देकर कहां से कहां पहुंचा दिया गया है। अब जब उसकी रिपोर्ट आई है तो उससे साबित हो रहा है कि उसका मामला अंदर से कितना खोखला है। प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए श्री यादव ने कहा कि भाजपा इन्वेस्टर मीट के नाम पर झूठ फैला रही है। कोई इन्वेस्टमेंट नहीं आ रहा है। दुनिया भर में जब इन्वेस्टमेंट नहीं मिला तब यह सरकार जिलों में सम्मेलन कर रही है। भाजपा सरकार ने विकास रोक दिया है। प्रदेश को समाजवादी विचारधारा ही आगे ले जाएगी, समाजवादी लोग ही प्रदेश का विकास कर सकते हैं।