मुंबई के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को ईरानी कप मैच के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद लखनऊ के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। ठाकुर को तेज बुखार हो गया था, और उन्होंने मैच के दौरान 102 डिग्री के बुखार के साथ भी महत्वपूर्ण 36 रनों की पारी खेली। उन्होंने यह पारी सरफराज खान के साथ नौवें विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी में खेली, जो मैच में अहम साबित हुई।
पहले दिन से ही शार्दुल की तबीयत खराब थी और उन्हें हल्का बुखार था, लेकिन दूसरे दिन बल्लेबाजी के दौरान उनका स्वास्थ्य और बिगड़ गया। दो घंटे से अधिक समय तक बल्लेबाजी करते हुए ठाकुर को दो बार खेल से ब्रेक लेना पड़ा, जिसके दौरान टीम डॉक्टर ने उनकी देखभाल की।
हालांकि, खराब तबीयत के बावजूद, ठाकुर ने टीम के लिए अपना योगदान देने की पूरी कोशिश की। उनकी साहसी पारी के बाद, मुंबई की टीम प्रबंधन ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने का निर्णय लिया, जहां उन्हें रात भर निगरानी में रखा गया।
मेडिकल टीम ठाकुर की स्थिति पर करीबी नजर रख रही है, और उनके स्वास्थ्य में सुधार के बाद तीसरे दिन खेलने के लिए डॉक्टरों द्वारा निर्णय लिया जाएगा। टीम सूत्रों ने बताया कि शार्दुल पूरे दिन कमजोरी महसूस कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने बुखार के साथ भी बल्लेबाजी करने की जिद की।
मलेरिया और डेंगू जैसी संभावित बीमारियों के लिए मेडिकल जांच की जा रही है, और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही ठाकुर के आगे खेलने के बारे में फैसला लिया जाएगा। ठाकुर ने 59 गेंदों का सामना करते हुए एक छक्का और चार चौके लगाए, और उन्होंने सावधानीपूर्वक खेलते हुए कोई भी जोखिम भरा शॉट नहीं खेला।
ठाकुर की घरेलू क्रिकेट में वापसी
यह मैच ठाकुर का इस साल लंदन में पैर की सर्जरी के बाद पहला घरेलू मुकाबला था। पिछले रणजी ट्रॉफी सीज़न में पैर में चोट लगने के बावजूद उन्होंने दर्द को सहते हुए मुंबई की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया था। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उनकी चोट फिर से उभर आई, जिसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी।
ठाकुर की घरेलू सीज़न में यह वापसी उनके राष्ट्रीय टीम में दोबारा जगह बनाने के इरादे से हो रही है। इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के साथ, ठाकुर की नज़रें रणजी ट्रॉफी के मैचों पर हैं ताकि वह दौरे से पहले अपने खेल को और निखार सकें।