आलोक इंडस्ट्रीज के शेयर की बात करें तो बीएसई इंडेक्स पर सेंसेक्स की तुलना में यह एक साल में निगेटिव रिटर्न दिया है। मंगलवार को सालाना आधार पर रिटर्न निगेटिव में 44.43 प्रतिशत का रहा। वहीं, निवेशकों को छह महीने में 33 प्रतिशत का रिटर्न और 3 महीने में करीब 18 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न मिला है।
मुकेश अंबानी ने खरीदी है कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह ने आलोक इंडस्ट्रीज का साल 2019 में अधिग्रहण किया था। दिवालिया आलोक इंडस्ट्रीज को 5,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहित किया गया था। तब आलोक इंडस्ट्रीज की सिलवासा, वापी, नवी मुंबई और भिवंडी में एक-एक फैक्ट्री थी, जिसमें सालाना 68,000 टन सूती धागे और 1.7 लाख टन पॉलिएस्टर का उत्पादन करने की क्षमता थी।
टेक्सटाइल में बढ़ रहा वर्चस्व
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज टेक्सटाइल कारोबार में अपना दबदबा बढ़ा रही है। हाल ही में रिलायंस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस पॉलिएस्टर लिमिटेड ने शुभलक्ष्मी पॉलीस्टर्स लिमिटेड और शुभलक्ष्मी पॉलीटेक्स लिमिटेड के पॉलिएस्टर व्यवसाय का अधिग्रहण पूरा किया है। बता दें कि शुभलक्ष्मी पॉलिस्टर्स की दाहेज (गुजरात) और सिलवासा (दादरा और नगर हवेली) में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। शुभलक्ष्मी पॉलीटेक्स की दाहेज में एक यूनिट है। इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज को ज्वाइंट वेंचर के जरिए सिंटैक्स इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण को भी मंजूरी मिल चुकी है।