पीएम नरेन्द्र मोदी वर्चुअल माध्यम से गंगा विलास क्रूज यात्रा को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर पीएम ने कहा कि हमने अर्थ गंगा का अभियान चलाने के साथ गंगा को निर्मल करने के लिए सफाई पर फोकस किया। गंगा विलास क्रूज अर्थ गंगा के अभियान को नई ताकत देगा। ये क्रूज 25 अलग अलग नदियों की धाराओं से होकर गुजरेगा। जो लोग भारत के अलग-अलग खान पान का अनुभव लेना चाहते हैं ये क्रूज यात्रा उनके लिए रोमांचकारी होगी। पीएम ने कहा जो लोग पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे अब वो भारत में ही इसका आनंद ले पाएंगे। देश के हर नदी मार्ग पर हम ऐसी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। छोटी नदियों पर भी हम छोटे क्रूज की व्यवस्था कर रहे हैं। देश में क्रूज टूरिज्म को हम बढ़ावा दे रहे हैं।
वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना होगा क्रूज
दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर चलने वाले गंगा विलास क्रूज यात्रा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जनवरी यानी आज वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर इस लग्जरी क्रूज को वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना किया। 51 दिनों तक एडवेंचरस सफर पर निकलने वाला यह क्रूज 15 दिनों तक बांग्लादेश से गुजरेगा। इसके बाद असम के बह्मपुत्र नदी से डिब्रूगढ़ तक जाएगा।
क्रूज यात्री 15 दिनों तक बांग्लादेश में करेंगे पर्यटन
यह क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा। इसमें रास्ते में मुख्य तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र नदिया पड़ेंगी। क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरवन रिवर सिस्टम, वहीं बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से आसाम में प्रवेश करेगा। भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल की वजह से यह यात्रा बांग्लादेश को क्रॉस करेगी। क्रूज यात्री 15 दिनों तक बांग्लादेश में पर्यटन करेंगे।
आज पर्यटन के क्षेत्र में काशी की जुड़ जाएगी एक और उपलब्धि
दुनिया की सबसे बड़ी रिवर क्रूज-यात्रा से शुक्रवार को काशी के पर्यटन के क्षेत्र में और एक उपलब्धि जुड़ जाएगी। यह यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगा। इससे भारत की अन्य नदियों में भी रिवर क्रूजिंग के बारे में जागरूकता बढ़ेगी।
कोलकाता के गेंदा से सजा क्रूज
क्रूज को कोलकाता व वाराणसी के गेंदा के फूलों से सजाया गया। इन्हीं दोनों स्थानों के दर्जनभर कारीगर देर रात तक इसे सजाने में लगे रहे। उधर, पूरे दिन क्रूज को देखने के लिए लोग पहुंचते रहे। वह दूर घाट पर से सेल्फी लेते रहे।
साफ-सफाई के साथ तैयार हुआ क्रूज
क्रूज की बकायदा साफ-सफाई हुई। करीब दर्जन भर कर्मचारी इस काम में लगे रहे। इस दौरान आधा दर्जन जेनरेटर पानी के लिए चलाए जाते रहे। पूरे दिन रविदास घाट पर लोगों का आना-जाना लगा रहा। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल की तैनाती रही।