कहा जाता है कि केंद्र में सरकार बनाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव से करीक एक साल पहले ही, भाजपा यूपी में चुनावी रणनीति को लेकर एक्टिव हो गई है। इसका मोर्चा खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संभाल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अमित शाह का ध्यान उन सीटों पर हैं, जिन पर भाजपा का प्रदर्शन कमजोर रहा है। इन लोकसभा सीटों में पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक की सीटें शामिल हैं। बता दें कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बीते दिनों एक बैठक की थी, जिसमें उन सीटों पर फोकस करने की रणनीति बनी थी, जिन पर भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, या भाजपा कम वोटों के अंतर से हारी है।

इसलिए है यूपी पर निगाह
अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर कुल 80 सीटें हैं। अगर अभी तक यहां पर भाजपा के प्रदर्शन की बात करें तो यह काफी हद तक संतोषजनक रहा है। आंकड़ों की बात करें तो साल 2014 में भाजपा ने यूपी में कुल 73 और 2019 में 64 सीटों पर फतह हासिल की थी। हालांकि कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां पर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पार्टी के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि अमित शाह उत्तर प्रदेश पर खास तौर पर ध्यान दे रहे हैं। वैसे लोकसभा चुनाव और यूपी के विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली बार होगा जब शाह यूपी पहुंच रहे हैं।
इन सीटों पर फोकस
केंद्रीय गृहमंत्री उत्तर प्रदेश के दौरे के दौरान उन्हीं सीटों पर फोकस करेंगे, जहां पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। जानकारी के मुताबिक यूपी से भाजपा ने 12 ऐसी सीटों की लिस्ट बनाई है। बताया जा रहा है कि यह वो सीटें हैं, जहां भाजपा को अपनी नैया संकट में नजर आ रही है। वहीं, इनमें से कुछ सीटें अन्य दलों के हिस्से में हैं। अमित शाह के यूपी दौरे के बाबत जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक वह पूर्वांचल के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जाएंगे। कुछ खास जिलों, जिनमें अंबेडकरनगर, बलरामपुर, सहारनपुर और बिजनौर के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं, जहां अमित शाह पहुंचेंगे।
GDS Times | Hindi News Latest News & information Portal