Corporate FD और Bank FD को समान समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। दोनों के बीच सबसे महत्वपूर्ण अंतर यह है कि कॉर्पोरेट एफडी पर ब्याज दर ऊंची होती है जबकि बैंक अपने ग्राहकों को कम ब्याज दर प्रदान करते हैं .
आपने बैंक एफडी के बारे में तो जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ कॉर्पोरेट कंपनियां भी बैंकों की तर्ज पर एफडी की सुविधा देती हैं। ज्यादातर लोग यह सुनकर चौंक जाते हैं कि कोई कंपनी एफडी की सुविधा कैसे दे सकती है, लेकिन यह सही है। बैंकों की तरह कॉर्पोरेट एफडी भी खासी लोकप्रिय हैं और जो लोग इनके खूबियों के बारे में जानते हैं, वह यहां निवेश जरूर करते हैं।
क्या होती है कॉर्पोरेट या कंपनी एफडी
कंपनी FD या कंपनी टर्म डिपॉजिट कुछ और नहीं, बल्कि FD का एक प्रकार है जो कंपनियों द्वारा जारी किया जाता है। यह फाइनेंस कंपनियों, हाउसिंग फाइनेंस फर्म या अन्य प्रकार की NBFC कंपनी द्वारा जारी किया जाता है। यह फर्मों/कंपनियों के लिए आम जनता से धन जुटाने का एक शानदार तरीका है। इन जमाओं को आमतौर पर कई रेटिंग एजेंसियों जैसे आईसीआरए, केयर, क्रिसिल आदि द्वारा विश्वसनीयता के आधार पर रेटिंग भी दी जाती है।
बेस्ट कॉर्पोरेट/कंपनी FD स्कीम्स
- केरल परिवहन विकास वित्त निगम लिमिटेड FD
- महिंद्रा फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट
- एलआईसी एचएफएल सावधि जमा
- गृह फाइनेंस लिमिटेड फिक्स्ड डिपॉजिट
- श्रीराम सिटी फिक्स्ड डिपॉजिट
कॉर्पोरेट एफडी के लाभ
कंपनी FD की सबसे अच्छी बात उनकी ऊंची ब्याज दर है। यहां बैंक FD के मुकाबले तुलनात्मक रूप से बहुत अधिक ब्याज दर मिलती है। ब्याज भुगतान के कई विकल्प मिलते हैं, जैसे मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक और वार्षिक। लगभग सभी कंपनी FD को ICRA, CRISIL और CARE जैसी स्वायत्त एजेंसियों द्वारा रेट किया जाता है। इससे ग्राहकों को अच्छी रेटिंग वाली FD लेने का मौका मिलता है। ज्यादातर कंपनी FD मैच्योरिटी राशि का 75 फीसद तक आसान लोन देती हैं। यही नहीं अगर आप समय से पहले एफडी का पैसा वापस निकलना चाहते हैं तो जुर्माना भी बहुत काम देना होगा
कंपनी FD के लिए कौन आवेदन कर सकता है
- एक या अधिक व्यक्ति
- एनआरआई
- वरिष्ठ नागरिक
आवश्यक दस्तावेज
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट
कॉर्पोरेट/कंपनी FD कैसे चुनें?
विभिन्न कंपनियों द्वारा दी जाने वाली सभी सावधि जमाएं क्रिसिल जैसे संस्थानों द्वारा जारी क्रेडिट रेटिंग के साथ आती हैं। ये रेटिंग आपको यह निर्धारित करने में मदद करेंगी कि आपको उनके साथ निवेश करना चाहिए या नहीं। कौन सी एफडी आपके कितना ब्याज दे रही है, इसका भी ध्यान रखें। किसी एक एफडी को चुनने से पहले ब्याज दरों की जांच करें और तुलना करें। किस एफडी में कितनी अधिकतम या न्यूनतम राशि रखी जा सकती है, इसको भी ठीक तरह से समझ लें।
निवेश से पहले इन बातों पर करें गौर
बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट में जहां जोखिम काफी कम होता है, वहीं ज्यादा ब्याज की पेशकश करने वाले कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में रिस्क ज्यादा होता है। इनमें निवेश करने से पहले आपको कंपनी की रेटिंग पर जरूर गौर करना चाहिए। रेटिंग आपको यह जानकारी देती है कि कंपनी में पैसा लगना कितना सुरक्षित है। आमतौर पर जिन कंपनियों की कोई रेटिंग नहीं होती या जिनकी रेटिंग कम होती है, वे ज्यादा ब्याज की पेशकश करती हैं। लेकिन यहां जोखिम भी इसी अनुपात में बढ़ जाता है।