कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अनुपस्थित पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमारी अपनी संसद की तुलना में विदेशी संसद में अधिक बोलते हैं।
पीएम मोदी और नेहरू की कायशैली की तुलना
कांग्रेस सांसद ने यह बात एक पुस्तक की लान्चिंग कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (India First PM Jawaharlal Nehru) और पीएम मोदी की कार्यशैली की भी तुलना की।
विदेशी संसद में दिए अधिक भाषण
लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्थानों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संबंध में दोनों प्रधानमंत्रियों की विचारधारा की तुलना करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय संसद की तुलना में विदेशी संसद में अधिक भाषण दिए हैं, जो नेहरू के विपरीत है।’
1962 भारत-चीन युद्ध को किया याद
कांग्रेस सांसद ने 1962 में भारत-चीन युद्ध (1962 Indo-China War) को याद करते हुए कहा कि तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू ने संसद का सत्र बुलाया और मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन आज संसद में भारत और चीन के बीच सीमा मुद्दों से संबंधित सवाल उठाने की भी अनुमति नहीं है।
गलवान घाटी पर सवाल उठाने की अनुमति नहीं है
थरूर ने कहा, ‘1962 में जब भारत-चीन के साथ युद्ध में था, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एक संसद सत्र बुलाया था और उस पर चर्चा की थी। लेकिन आज, हमें चीन में, विशेष रूप से गलवान घाटी में क्या हो रहा है, इस पर सवाल उठाने की अनुमति नहीं है।’
उन्होंने आगे कहा कि भारत और चीन के मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में कोई चर्चा नहीं हुई, जबकि 20 भारतीय सैनिकों की जान चली गई।