उत्तरी दिल्ली के जगतपुर गांव में दो और तेंदुए होने की आशंका से लोग दहशत में हैं। पुलिस प्रशासन ने भी लोगों को शाम को घरों से बाहर निकलने से मना किया है। स्थानीय लोग इलाके में तेंदुए दिखाई देने का दावा कर रहे हैं। शाम होते ही लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए अभिभावकों को उनके साथ जाना पड़ रहा है।
आलम यह है कि बुधवार की दोपहर में भी यहां की गलियां सूनी दिखी। लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने रात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अभी तक तेंदुआ होने की सूचना नहीं है। लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर रोज रात को पेट्रोलिंग की जा रही है। क्षेत्रीय वन विभाग अलर्ट मोड पर है।
सबसे अधिक परेशानी बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को हो रही है। शाम के समय गलियों में बच्चों का शोरगुल सुनने को मिला और न ही कोई चहलकदमी नजर आई। यहां तक की सुबह-शाम सैर पर जाने वाले लोग भी घरों में बंद रहे। पुश्ता रोड के पास भी माहौल सुनसान नजर आया।
व्हाट्सएप पर बनाया सुरक्षा समूह : लोगों ने एक-दूसरे की सुरक्षा व मदद करने के लिए व्हाट्सएप समूह बनाया है। स्थानीय निवासी विशाल ने बताया कि सभी युवा भी अलर्ट हैं। अगर किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना मिलती है तो तुरंत हस्तक्षेप किया जाएगा। लोगों ने इसके लिए सोशल मीडिया में सूचना के लिए समूह भी बनाया है। इसमें सब एक-दूसरे को तेंदुए को लेकर जानकारी साझा कर रहे हैं।
रात में कर रहे हैं पहरेदारी
तेंदुए के डर से लोगों ने मजबूरन खुद को अपने घरों में कैद कर लिया है। डर का असर यह है कि स्थानीय लोग सुरक्षा को लेकर देर रात तक पहरा दे रहे हैं। यही नहीं, लोग रात में बारी-बारी से ड्यूटी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने आठ लोगों की टीम बनाई है। इनके पास डंडे के साथ बाइक हेलमेट हैं। गांव के निवासी रोहित ने बताया कि वह देर रात से सोए नहीं हैं। पूरी रात उन्होेंने अपने साथियों के साथ पहरा दिया है।
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