गोरखपुर में टॉवर लगवाकर 20 हजार रुपये महीना कमाने का झांसा देकर जालसाज ने पांच लाख रुपये की ठगी कर ली। कई माह गुजरने के बाद भी टॉवर नहीं लगने पर पीड़ित ने जब संपर्क किया तो पता चला कि उसके साथ जालसाजी हो गई। आरोप है कि रुपये वापस मांगने पर जालसाज के परिजनों ने जान से मारने की धमकी दी गई।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर नैयापार खुर्द निवासी शाहिद अंसारी, फिरोज अंसारी और मनीष सिंह के खिलाफ जालसाजी, रुपये हड़पने, धमकी और एससी-एसटी की धारा में केस दर्ज कर लिया। एम्स इलाके के रजही निवासी अभिषेक कन्नौजिया ने दी तहरीर में लिखा है कि उनकी जमीन रजही के पास है। उनकी मुलाकात शाहिद अंसारी से हुई।
शाहिद ने कहा कि आप के पास जमीन है। टाॅवर लगाने के लिए मनीष सिंह एरिया मैनेजर द्वारा इसी लोकेशन पर जमीन मांगी जा रही है, आप एग्रीमेंट करके यह जमीन हमें टावर लगाने के लिए दे दीजिए। 20 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे।
शाहिद अंसारी की बातों पर विश्वास करके आधार कार्ड व बैंक पासबुक और छपे पेपर पर हस्ताक्षर बनाकर दे दिया। कुछ दिनों बाद शाहिद ने कहा कि इस लोकेशन पर कई लोग अपना जमीन टाॅवर लगाने के लिए दे रहे हैं साथ ही रुपये भी दे रहे हैं, अब आपका नहीं हो पाएगा।
यदि आपको लगवाना है तो रुपये खर्च करने पड़ेंगे। उनकी बातों पर तैयार हो गया और शाहिद अंसारी द्वारा बताए गए खातों में तीन बार में पांच लाख रुपये भेज दिए।
कुछ दिनों बाद शाहिद अंसारी ने कहा कि इस समय हमारे पिता का तबीयत खराब है, अपना बाइक बेच रहे हैं, आप इसे बेचवा दीजिए। अभिषेक ने 50 हजार रुपये देकर शाहिद अंसारी से बाइक खरीद लिया और ट्रांसफर कराने के लिए सेल लेटर पर हस्ताक्षर भी कराया, फोटो भी लिया।
शाहिद अंसारी ने कहा कि आप जाकर अपना नाम आरटीओ में चढ़वा लीजिएगा। एक सप्ताह में बाइक आपको दे देगे। एक माह बीतने के बाद जब अभिषेक शाहिद अंसारी के घर बाइक लेने गया तो वह नहीं मिला। गांव वालों ने उसे बताया कि शाहिद का पूरा परिवार जालसाज है। एसएसपी के आदेश पर केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।