बरेली: नगर निगम गेट के बाहर सड़क की मांग के लिए रात में ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे माता- पिता के साथ आई एक साल की बच्ची की ठंड लगने से मौत हो गई। इस मामले में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने एडीएम को जांच के आदेश दिए हैं। वहीं नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने भी अपर नगर आयुक्त द्वितीय अजीत कुमार सिंह को जांच करने के निर्देश दिए हैं।
सड़क और अंडरपास बनाने की मांग को लेकर चल रहा था धरना
नगर निगम के वार्ड 37 नंदौसी के परसाखेड़ा गौटिया के रहने वाले हरिश्चंद्र कश्यप और उनकी पत्नी पुष्पा देवी सड़क और अंडरपास बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार सुबह से प्रदर्शनकारियों के साथ नगर निगम के गेट के बाहर धरना दे रहे थे। रात में दोनों ग्रामीणों के साथ धरनास्थल पर ही रुके थे। दावा किया जा रहा है कि शनिवार सुबह दंपती की एक वर्षीय – पुत्री विद्या की तबीयत अचानक बिगड़ – गई। वह उसे लेकर घर गए और पड़ोस के एक डॉक्टर को दिखाया। हालत ज्यादा खराब होने पर वे बच्ची को फतेहगंज पश्चिमी के अस्पताल लेकर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
धरना स्थल पर खराब हुई बच्ची की तबियतः पूर्व पार्षद सुखदीश कश्यप
धरने का नेतृत्व कर रहे पूर्व पार्षद सुखदीश कश्यप ने बताया कि हरीशचंद्र कश्यप और पुष्पा दोनों लोग रात में धरनास्थल पर ही थे। यहीं बच्ची की तबीयत खराब हुई थी। रात में उन्हें रजाई देकर सुला दिया था। सुबह दोनों को टेंपो से घर भिजवा दिया गया था। दिन में लगभग 11 बजे बच्ची की तबीयत खराब हुई तो वह लोग उसे फतेहगंज पश्चिमी में अस्पताल में ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में बच्ची की मृत्यु हो गई। पुष्पा के पांच बेटी अंशुका, रिंकी, पिंकी, अंजलि, राजरानी हैं। विद्या सबसे छोटी थी।
अपनी मां के साथ धरने में आई थी बच्ची: इंस्पेक्टर कोतवाली
इंस्पेक्टर कोतवाली दिनेश कुमार ने बताया कि धरने में बच्ची अपनी मां के साथ आई थी। शाम को घर चली गई। उस वक्त वह स्वस्थ थी। घर पर दिन में तबीयत खराब होने पर अचानक उसकी मौत हो गई। थाने पर बिना सूचना दिए परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।