यूपी विधानमंडल बजट सत्र के छठवें दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव को रखते हुए विपक्ष के सवालों का एक-एक कर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने नेता विरोधी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अपने सम्बोधन में सीएम योगी और सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे। शनिवार को सीएम योगी ने अखिलेश पर तीखे जुबानी तीर छोड़ते हुए यहां तक कह दिया कि विरासत में शक्ति तो मिल सकती है पर बुद्धि नहीं मिल सकती है।

सीएम ने कहा कि हमने कभी नही कहा कि सारा काम हमने किया। जो किया टीम ने किया। सबने मिल कर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता विरोधी दल (अखिलेश)अपना गुस्सा कम कर लें तो अपने परिवार को जरूर एकजुट कर लेंगे। हमने कभी नही कहा कि सारा काम हमने किया। जो किया टीम ने किया। सबने मिल कर किया।
मुख्यमंत्री ने कहा विरासत मे सत्ता तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नही। यह लोग राज्य को पीछे ढकेलना चाहते है। एक जाति को बढ़ावा दिया गया। यह है इनका सामाजिक न्याय है। आप पोलिटिकल क्रेडिबिलिटी की बात करते हैं।
2014, 2017, 2019 व 2022 में बार बार जनता ने हमें जिताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान किस संसदीय परंपरा का पालन हुआ। सपा के शासन के समय स्टेट गेस्ट हाउस काण्ड की घटना सामने आई थी। लडके हैं, ग़लती कर देते है, ऐसी बात कौन करता था। ये लोग प्रदेश में सुरक्षा की बात करते है। यह लोग महिलाओं का अपमान करते हैं। सीएम ने अखिलेश यादव की तरफ़ इशारे करते हुए तंज़ कसा।
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