योगी सरकार के पेश किए गए बजट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल ने जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ ऐतिहासिक बोलने से कुछ नहीं होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का यह सातवें बजट में दिशा हीन है। न आज की समस्या का समाधान, न भविष्य। युवाओं और महिलाओं को निराश किया। यह वित्त मंत्री व सीएम बताए के वन ट्रिलियन इकोनॉमी कब बनेगी। कितनी ग्रोथ रेट है बताया जाए। क्या किसान को वाजिब दाम मिल रहा है। क्या आमदनी दुगनी हो गई।
अखिलेश और शिवपाल ने सवाल करते हुए कहा कि न नौकरी न रोजगार। सरकार को केवल मेला लगाना आता है। बजट ऐसा इंतजाम नहीं है, जिससे निवेश आए। जो निवेशक यहां आए, वहीं दूसरे राज्य में जा रहे हैं। यहां ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नहीं इज ऑफ डूइंग क्राइम हो गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने बजट पेश किया है। इससे पहले कैबिनेट की बैठक में बजट को मंजूरी दी गई। योगी सरकार के बजट में महिला, शिक्षा, धार्मिक पयर्टन, किसान और युवाओं के लिए जमकर धन बरसाएं हैं। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बजट भाषण शुरू किया. 2023-24 के बजट में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन देने के लिए 3,600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के लिये बजट में 1,050 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक जनपद एक मेडिकल कालेज की योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 45 जनपद मेडिकल कॉलेज से आच्छादित किए जा चुके हैं, 14 जनपदों में मेडिकल कालेज निर्माणाधीन है। 14 नये मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और संचालन हेतु 2491 करोड़ 39 लाख रुपए की व्यवस्था की गई है. असाध्य रोगों की चिकित्सा हेतु 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है।