भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में शनिवार को एक सिस्टम आउटेज की वजह से देशभर में परिचालन बाधित हो गया, जिससे हजारों यात्री फंस गए और कई घंटों तक उड़ानों में देरी हुई। यह तकनीकी गड़बड़ी दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई और इससे ऑनलाइन बुकिंग से लेकर देशभर के हवाई अड्डों पर चेक-इन तक प्रभावित हुआ। एयरलाइन ने पहली बार 1:44 बजे इस गड़बड़ी की पुष्टि की, जिसमें उन्होंने “नेटवर्क में अस्थायी सिस्टम धीमी गति” का हवाला दिया।
शाम 6:02 बजे, कंपनी ने बताया कि हवाई अड्डा संचालन से जुड़ा नेटवर्क आंशिक रूप से बहाल हो गया है, लेकिन पूरी तरह से सामान्य स्थिति बहाल करने में अभी कुछ समय लग सकता है।
इंडिगो हर दिन औसतन 2,000 उड़ानें संचालित करती है और भारत के घरेलू विमानन बाजार में इसका अनुमानित 60% हिस्सा है। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइट अवेयर के अनुसार, शनिवार को वैश्विक स्तर पर 9,900 में से 889 उड़ानों में देरी हुई, जिनमें से अधिकांश इंडिगो की थीं।
इस गड़बड़ी का प्रभाव दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख मेट्रोपॉलिटन हवाई अड्डों पर देखा गया, जहां यात्रियों को लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ा। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर भी यात्रियों की भारी नाराजगी देखने को मिली।
दिल्ली एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि सिस्टम पूरी तरह ठप होने के दौरान, चेक-इन मैन्युअल रूप से किया जा रहा था, खासकर उन यात्रियों के लिए जिनके पास सामान छोड़ने की आवश्यकता थी।
इंडिगो ने सोशल मीडिया पर ग्राहकों को सूचित किया कि उनकी बुकिंग और वेब चेक-इन सेवाएं प्रभावित हैं, और रात 9:45 बजे तक यह बाधा जारी रही। एयरलाइन ने गड़बड़ी का कारण स्पष्ट नहीं किया, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह नेटवर्क गड़बड़ी थी या किसी प्रकार का हमला।
यह घटना तब हुई जब त्योहारी सीजन की यात्रा की भीड़ थी, और अगले सप्ताह दशहरा मनाया जाना है, जिससे स्थिति और अधिक गंभीर हो गई।
गौरतलब है कि जुलाई में हुई एक वैश्विक माइक्रोसॉफ्ट विंडोज आउटेज के दौरान भी इंडिगो सबसे ज्यादा प्रभावित हुई थी और करीब 200 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। हालांकि, शनिवार की घटना में एयरलाइन ने रद्द उड़ानों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
इस आउटेज के बाद यात्रियों में भारी असंतोष देखा गया, और सोशल मीडिया पर कई यात्रियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।