पंजाब के किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर चर्चा की मांग को लेकर इस सप्ताह दिल्ली कूच की घोषणा की है। इसके तहत पहले दल का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद (BKP) कर रहा है, जो आज नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से दोपहर 12 बजे मार्च की शुरुआत करेगा। इस दौरान दिल्ली की ओर जाने वाले मार्ग पर भारी जाम की तस्वीरें सामने आईं।
पुलिस ने इस मार्च को देखते हुए नोएडा से दिल्ली के बीच यातायात व्यवस्था को लेकर एडवाइजरी जारी की है। किसानों का समूह सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक मार्च करेगा और रात में सड़क पर रुककर आंदोलन जारी रखेगा।
किसानों की मांग
किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के नेता सरवन सिंह पंधेर ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि किसान 293 दिनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर वार्ता से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को खारिज करते हैं और फसलों पर MSP की कानूनी गारंटी की मांग करते हैं।
सरकार और किसानों के बीच आखिरी बातचीत 18 फरवरी को हुई थी, जब केंद्रीय मंत्रियों के तीन-सदस्यीय पैनल (अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय) ने किसानों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। लेकिन किसानों ने केंद्र सरकार के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें पांच वर्षों के लिए दाल, मक्का और कपास को MSP पर खरीदने का वादा किया गया था।
किसान आंदोलनकारी अन्य मांगों में कर्ज माफी, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में बढ़ोतरी रोकना, पुलिस मामलों की वापसी, 2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की बहाली और 2020-21 के आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा शामिल हैं।
अन्य राज्यों में भी आंदोलन तेज
किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगट ने बताया कि जब 6 दिसंबर को पहला समूह दिल्ली की ओर मार्च करेगा, तब केरल, उत्तराखंड और तमिलनाडु के किसान भी अपने-अपने राज्य विधानसभाओं की ओर मार्च शुरू करेंगे।
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