राजस्थान के बूंदी जिले में एक 50 वर्षीय महिला को “डायन” बताकर दो दिनों तक यातनाएं दी गईं। पुलिस के अनुसार, महिला को एक पेड़ से बांधकर उसके बाल काटे गए, उसके चेहरे को काला किया गया और गर्म लोहे की छड़ों से जलाया गया। यह अमानवीय कृत्य एक कथित आत्मघोषित तांत्रिक और उसके दो सहयोगियों ने अंजाम दिया। घटना का उद्देश्य महिला को उस “बुरी आत्मा” से मुक्त करना था, जिसके बारे में दावा किया जा रहा था कि वह उसकी भतीजी को नुकसान पहुंचा रही है।
घटना का विवरण
पीड़िता, नंदूबाई मीणा, जो शाहपुरा जिले की निवासी हैं, को गुड़ागोकुलपुरा गांव के निकट एक स्थानीय देवता के स्थान पर ले जाया गया। यह इलाका हिंडोली पुलिस थाना क्षेत्र में आता है। पीड़िता के अनुसार, उसे दो दिनों तक अमानवीय यातनाओं का सामना करना पड़ा।
बूंदी के पुलिस अधीक्षक, राजेंद्र कुमार मीणा, ने बताया कि पीड़िता की भतीजी की हाल ही में शादी हुई थी। परिवार का मानना था कि महिला किसी “बुरी आत्मा” के वश में है, जो उसकी भतीजी को नुकसान पहुंचा रही है। इसी अंधविश्वास के चलते नंदूबाई को “डायन” घोषित कर यातनाएं दी गईं।
परिवार का आरोप और पुलिस की कार्रवाई
पीड़िता के परिवार ने दावा किया कि घटना कुछ दिन पहले हुई थी और इसे लेकर 27 नवंबर को पुलिस को सूचना दी गई थी, लेकिन तत्काल कार्रवाई नहीं की गई। परिवार ने इस घटना का एक मिनट का वीडियो क्लिप भी साझा किया, जिसमें स्थानीय लोग तांत्रिक के साथ मिलकर महिला को यातनाएं देते हुए दिख रहे हैं।
हिंडोली सर्कल के डिप्टी एसपी, अजीत मेघवंशी, ने बताया कि पीड़िता ने 27 नवंबर को पुलिस को रिपोर्ट दी थी और फिर अपने घर लौट गई थीं। पुलिस ने उनके बयान दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन इस बीच परिवार ने वीडियो स्थानीय मीडिया को साझा कर दिया।
वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पीड़िता को ढूंढकर मेडिकल जांच के लिए भेजा गया और शुक्रवार शाम को मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी बाबूलाल को हिरासत में लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
सामाजिक अंधविश्वास और अत्याचार
यह घटना अंधविश्वास और महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा की एक भयावह मिसाल है। अंधविश्वास के नाम पर लोगों को प्रताड़ित करने और महिलाओं को “डायन” बताकर उन्हें शारीरिक और मानसिक यातनाएं देना भारत के कई हिस्सों में अभी भी जारी है। इस घटना ने एक बार फिर कानून व्यवस्था और समाज में जागरूकता की कमी को उजागर किया है।