कर्नाटक के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को सप्ताह में अब चार दिन अंडे मिलेंगे। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथ साझेदारी में एक कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए शनिवार को इसकी घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकारी और सहायता प्राप्त प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों को सप्ताह में छह दिन निःशुल्क पूरक पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएगी।
अच्छी शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण भोजन जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य और अच्छी शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण भोजन आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘गरीबों के बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा के अवसर पैदा करना हमारी आकांक्षा है।’
सिद्धारमैया ने कहा कि ‘मैंने देखा है कि बच्चे बिना नाश्ते के स्कूल आते हैं और दोपहर तक बिना लंच के रहते हैं। इसलिए, हमने सप्ताह में दो दिन भोजन और अंडे उपलब्ध कराने का फैसला किया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने इस नेक काम में सरकार के साथ हाथ मिलाया है ताकि सप्ताह में चार दिन बच्चों को अंडे और पूरक पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा सके।’
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने मिलाया हाथ
स्कूली बच्चों से वैज्ञानिक और बौद्धिक विकास करने का आह्वान करते हुए सीएम ने कहा कि ऐसा करने से वे सामाजिक रूप से जिम्मेदार बन सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘गरीबों के बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा के अवसर पैदा करना हमारी आकांक्षा है। इसी कारण से हम बच्चों को यूनिफॉर्म, जूते और मोजे मुहैया करा रहे हैं और अधिक आवासीय विद्यालय खोल रहे हैं।’
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री मधु बंगरप्पा, विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी दंपत्ति, सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव एल.के. अतीक अहमद, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव नसीर अहमद और गारंटी क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष मेहरूज मौजूद थे।