हाल ही में हुई बारिश ने अयोध्या में 844 करोड़ के बजट से नवनिर्मित रामपथ के निर्माण की पोल खोल दी थी। रामपथ के जगह-जगह धंस जाने पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सख्त कदम उठाया है। सड़क पर हुए गड्ढों की वजह से निर्माण कार्य पर उठ रहे सवालों पर लोक निर्माण विभाग और जल निगम के दो अधिशासी इंजीनियर, 2 सहायक इंजीनियर और 2 अवर इंजानियर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ-साथ ही गुजरात की कार्यदायी संस्था मेसर्स भुगन इंफ्राकॉन प्रालि. को भी नोटिस भेजा गया है।
इन 6 अभियंताओं को किया गया निलंबित
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, निलंबित इंजीनियरों में ध्रुव अग्रवाल के अलावा, सहायक इंजीनियर अनुज देशवाल व कनिष्ठ इंजीनियर प्रभात पांडेय के अलावा जल निगम के अधिशासी इंजीनियर आनंद दुबे, सहायक इंजीनियर राजेन्द्र यादव, अवर इंजीनियर मोहम्मद शाहिद भी शामिल हैं।
मामले में 30 जुलाई तक रिपोर्ट सौंपने का दिया गया निर्देश
जल निगम के मुख्य अभियंता लखनऊ क्षेत्र को जांच अधिकारी नामित करते हुए 30 जुलाई तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। लोनिवि के विशोष सचिव विनोद कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अयोध्या में 22 से 25 जून को बारिश के दौरान नवनिर्मित मार्ग की सतह कम समय में ही क्षतिग्रस्त हो गई। शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले कार्यों में लापरवाही व उदासीनता बरतने के साथ ही शासकीय क्षति के साथ आमजनमानस में शासन की छवि धूमिल हुई है।
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