देशभर में कोविड-19 के सब वेरिएंट JN.1 के 196 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें ओडिशा उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है। अब तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वायरस के JN.1 सब वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है। आईएनएसएसीओजी द्वारा सोमवार को (1 जनवरी 2024) जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
देशभर में कोविड-19 के सब वेरिएंट JN.1 के 196 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें ओडिशा उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है। अब तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वायरस के JN.1 सब वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है। आईएनएसएसीओजी द्वारा सोमवार को (1 जनवरी 2024) जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) के अनुसार, ये राज्य हैं केरल (83), गोवा (51), गुजरात (34), कर्नाटक (आठ), महाराष्ट्र (सात), राजस्थान (पांच), तमिलनाडु (चार), तेलंगाना (दो) ओडिशा (एक) और दिल्ली (एक)
आईएनएसएसीओजी के आंकड़ों से पता चला है कि दिसंबर में देश में दर्ज किए गए 179 कोविड मामलों में JN.1 की उपस्थिति थी, जबकि नवंबर में ऐसे 17 मामलों का पता चला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने JN.1 को इसके तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए एक अलग “रुचि के प्रकार” के रूप में वर्गीकृत किया है, लेकिन कहा है कि यह “कम” वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है।
विश्व निकाय ने कहा कि कोरोना वायरस के JN.1 सब वेरिएंट को पहले बीए.2.86 उप-वंश के हिस्से के रूप में रुचि के एक प्रकार (वीओआई) के रूप में वर्गीकृत किया गया था, मूल वंश जिसे वीओआई के रूप में वर्गीकृत किया गया है। हालांकि, हाल के सप्ताहों में कई देशों से JN.1 मामले सामने आते रहे हैं और वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है।
देश में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि और JN.1 सब वेरिएंट का पता चलने के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में 636 नए कोरोनोवायरस संक्रमण दर्ज किए गए हैं, जबकि सक्रिय मामले 4,394 हैं।
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