मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर संचालित किये जाने वाले एक महीने लंबे जनसंपर्क अभियान के दौरान भाजपा अपने सांसदों की सक्रियता को भी परखेगी। अगले साल होने वाले लोक सभा चुनाव के दृष्टिगत कई सांसदों के टिकट काटने की तैयारी कर रही भाजपा अपने संसदीय जनप्रतिनिधियों के रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए जनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये भी उनके प्रदर्शन व क्षमताओं का आकलन करेगी।

देशव्यापी अभियान पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की निगाहें
भाजपा 30 मई से 30 जून तक आयोजित किये जाने वाले जनसंपर्क अभियान के जरिये लोक सभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियों का बिगुल फूंकेगी। इस उद्देश्य से पार्टी समाज के विभिन्न वर्गों को साधने के लिए कई तरह की गतिविधियों का आयोजन करने जा रही है। पार्टी के इस बहुप्रचारित देशव्यापी अभियान पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की निगाहें लगी हैं।
यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर है भाजपा की नजर
80 लोक सभा सीटों वाला उप्र तीसरी बार केंद्र में भाजपा गठबंधन की सरकार बनवाने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके, इसे सुनिश्चित करने के लिए पार्टी नेतृत्व अभियान की बारीकी से निगरानी करेगा। जाहिर है कि इस मानिटरिंग के केंद्र में पार्टी के लोक सभा सदस्य ही होंगे, जिनके बारे में पार्टी को निकट भविष्य में यह निर्णय करना है कि वह उन पर फिर दांव लगाती है या उनके टिकट काटती है।
राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को सौंपी गई है यूपी की जिम्मेदारी
उप्र को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की गंभीरता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में अभियान की निगरानी की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को सौंपी गई है। सूबे में भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) रह चुके बंसल पार्टी के सांसदों-विधायकों के बारे में गोपनीय तरीके से फीडबैक हासिल करने के माहिर माने जाते हैं।
इंटरनेट मीडिया के अपने लड़ाकों के लिए पार्टी आयोजित करेगी सम्मेलन
पार्टी के जनसंपर्क अभियान के तहत प्रदेश के हर प्रत्येक लोक सभा क्षेत्र में जनसभाएं आयोजित की जाएंगी। विधान सभा क्षेत्र स्तर पर प्रबुद्ध वर्ग और व्यापारी सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे। सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के सम्मेलन आयोजित करने के लिए भी पार्टी कसर कस रही है। इंटरनेट मीडिया के अपने लड़ाकों के लिए भी पार्टी सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रही है।
पीएम मोदी पहले ही दे चुके हैं सांसदों को क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने की नसीहत
इसके अलावा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, 23 जून को डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि और 25 जून को आपातकाल के विरुद्ध जनजागरण और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फरवरी में हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों को क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने की नसीहत दे चुके हैं। माना जा रहा है कि कार्यक्रमों की श्रृंखला के जरिये पार्टी अपने सांसदों का दमखम भी परखेगी।
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