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तो चलिए जानते हैं सी-सेक्शन से जुड़े कुछ आम मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में-

इन दिनों सी-सेक्शन डिलीवरी का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पुराने जमाने के विपरीत मौजूदा दौर में महिलाएं सिजेरियन डिलीवरी के जरिए बच्चों को ज्यादा जन्म दे रही हैं। कुछ मेडिकल कंडीशन के चलते जब महिलाएं नॉर्मल डिलीवरी नहीं कर पाती हैं, तो उन्हें सीजेरियन सेक्शन का विकल्प चुनना पड़ता है। भले ही वर्तमान में सी-सेक्शन डिलीवरी काफी आम हो चुकी है, लेकिन बावजूद इसके आज भी लोगों के मन में इसे लेकर कई सारे मिथक मौजूद हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो सी-सेक्शन से जुड़े कुछ मिथकों पर यकीन करते हैं, तो चलिए जानते हैं सी-सेक्शन से जुड़े कुछ आम मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में-

मिथक 1: सी-सेक्शन होने के बाद फिर कभी नॉर्मल डिलीवरी नहीं हो पाती।

फैक्टः कई लोगों का यह मानना है कि अगर एक बार आपका सी-सेक्शन हो जाए, तो फिर नॉर्मल डिलीवरी होना काफी मुश्किल होता है। लेकिन यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। सिजेरियन के बाद भी नॉर्मल डिलीवरी हो सकती है। हालांकि, इसके लिए कुछ फैक्टर्स काफी मायने रखते हैं, जैसे कि सी-सेक्शन के दौरान कितने टांके लगे थे। कितनी बार सी-सेक्शन हो चुका है। कोई मेडिकल कंडिशन है या नहीं आदि।

मिथक 2: नॉर्मल डिलीवरी की तुलना में सी-सेक्शन में बिल्कुल दर्द नहीं होता।

फैक्टः आमतौर पर यह माना जाता है कि नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले सी-सेक्शन कम दर्दनाक होता है। लेकिन यह बात भी पूरी तरह से सच नहीं है। भले ही नॉर्मल डिलीवरी की तुलना में सी-सेक्शन में कम दर्द होता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसमें बिल्कुल दर्द नहीं होता। सी-सेक्शन के दौरान भले ही दर्द कम होता है, लेकिन ऑपरेशन के बाद 2 से 6 सप्ताह तक महिलाओं को दर्द महसूस होता रहता है। साथ ही इस दौरान ऑपरेशन के घाव का भी खास देखभाल रखना पड़ता है।

मिथक 3: सी-सेक्शन के बाद पोस्टपार्टम ब्लीडिंग कम होती है?

फैक्टः कई लोगों का ऐसा मानना है कि सी-सेक्शन के बाद वजाइनल ब्लीडिंग कम होती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आप भले ही सी-सेक्शन कराएं या फिर नॉर्मल डिलीवरी यह बच्चे के जन्म के बाद होने वाली ब्लीडिंग को प्रभावित नहीं करता है।

मिथक 4: सी-सेक्शन के बाद स्तनपान में मुश्किलें आती हैं?

फैक्टः अक्सर लोगों को ऐसा लगता है कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को स्तनपान कराने में मुश्किलें आती हैं। लेकिन यह बात पूरी तरह से गलत है। नॉर्मल या सीजेरियन स्तनपान पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। सी-सेक्शन के बाद महिलाएं उसी तरह स्तनपान करा सकती हैं, जिस तरह वह नॉर्मल डिलीवरी में कराती हैं। लेकिन अगर स्तनपान में कोई दिक्कत आ रही है, तो इसके पीछे कोई और वजह हो सकती है, जिसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

मिथक 5: सी-सेक्शन के बाद वजन कम करना मुश्किल होता है।

फैक्ट: कई महिलाओं का ऐसा मानना है कि सी-सेक्शन के बाद वह मोटापे का शिकार हो जाएंगी, जिसे कम करना काफी मुश्किल होता है। लेकिन यह बिल्कुल सच नहीं है। सीजेरियन डिलीवरी के बाद भले ही वजन घटाने में परेशानी आ सकती है, लेकिन यह नामुमकिन नहीं है। दरअसल, सी-सेक्शन के बाद शरीर को रिकवर में होने में थोड़ा समय लगता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से आप वजन घटाने के लिए शरीरिक गतिविधियां कर सकते हैं।

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