एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश में मुस्लिमों के साथ भेदभाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिलकिस बानो को न्याय नहीं मिला और इसकी वजह यही थी कि वह मुसलमान है। लोकसभा में बहस के दौरान उन्होंने कहा कि कोई महीना ऐसा नहीं जाता, जब मुसलमानों को जान से मारने की धमकी नहीं दी जाती। सत्ता पक्ष के एक सांसद ने कह दिया कि चाकुओं को तेज कर लो, सिर्फ सब्जियां मत काटो। एक ने कहा कि मुसलमानों का बायकॉट करना होगा। बजट पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम बच्चों को मिलने वाली स्कॉलरशिप घट दी गई। फंड में 40 फीसदी की कमी कर दी गई।
ओवैसी ने कहा कि सरकार का डेटा ही कहता है कि 25 फीसदी मुस्लिम बच्चे गरीबी के चलते पढ़ाई नहीं कर पाते। उनका एनरोलमेंट सबसे कम है और ड्रॉप आउट सबसे ज्यादा है। इसके बाद भी अल्पसंख्यक कल्याण के लिए सरकार ने बजट घटा दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में 19 फीसदी अल्पसंख्यक का जिक्र तक नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आपने 40 फीसदी बजट घटा दिया और स्कॉलरशिप के 560 करोड़ रुपये कम कर दिए। ओवैसी ने कहा कि आप नारी शक्ति की बात करते हैं, लेकिन मुसलमानों से भेदभाव न होता तो बिलकिस बानो को न्याय मिल जाता। आप पसमांदा मुस्लिम की बात करते हैं, लेकिन उन्हें दलित का स्टेटस नहीं देते हैं।
ओवैसी ने इस दौरान चीन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि क्या चीन पर पीएम मोदी एक बात भी बोलेंगे। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी से सबक लेना चाहिए। वह वफादार न्यायपालिका चाहती थीं और ऐसा ही मोदी भी चाहते हैं। ओवैसी ने अडानी का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही लोगों ने बुर्जुआ वर्ग को पैदा किया। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि देश में 1 फीसदी लोगों के पास 60 फीसदी दौलत है। इसकी यही वजह है कि चंद लोगों को ही मौके मिले हैं। ओवैसी ने कहा कि देश की संपत्ति लेकर भागने वाले मुगल नहीं है। जिन 48 लोगों की लिस्ट है, उनमें कोई भी मुसलमान नहीं है।