बिहार की राजधानी पटना में बीते दस-पंद्रह दिनों में खाने-पीने की कई चीजों के दाम बढ़ गए है। आटा, चावल, मैदा आदि की कीमत बढ़ने से घरों के रसोई का बजट बिगड़ रहा है। आमतौर पर नई फसल आने के बाद जनवरी-फरवरी में चावल की कीमत कम रहती हैं। लेकिन इस वर्ष यह ट्रेंड बिल्कुल अलग है। नई फसल बाजार में होने के बावजूद चावल की कीमत लगभग महीने भर से लगातार बढ़ रही है। बेउर के खुदरा किराना व्यापारी मंटू कुमार बताते हैं कि प्रत्येक सप्ताह चावल की 30 किलो की बोरी पर आठ-दस रुपये बढ़ रहा है। यही हाल आटा और मैदा के साथ भी है। इससे लोग परेशान हैं।
व्यापारियों ने बताई महंगाई की वजह
बिहार राज्य खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा कहते हैं कि ठंड में पिछले दिनों हुई बारिश के कारण फसल खराब हुई थी। इसका असर अब बढ़ती कीमतों में देखने को मिल रहा है। संगठन के उपाध्यक्ष विजय कुमार पटवारी कहते हैं कि मध्यप्रेदश से आने वाले गेहूं की कीमत में बढ़ोतरी नहीं है। वह अभी भी 33 सौ रुपये से 37 सौ रुपये क्विंटल बिक रहा है। लेकिन सस्ता गेहूं बाजार में नहीं उपलब्ध होने से आटा की कीमत में इजाफा हो रहा है। मैदा की कीमत और आटा की कीमत लगभग बराबर हो गया है।
महंगाई ने बिगाड़ा किचन का बजट
बैंकमेंस कॉलोनी की सुनीता सिन्हा कहती हैं कि महंगाई राहत नहीं मिल रहा है। कभी तेल-रिफाइन की बढ़ती कीमतें परेशान करती हैं। तो कभी आटा, चावल की। एक पर अंकुश रहता है तो दूसरा उसकी कमी पूरा कर देता है। बीते एक-डेढ़ साल में मध्यमवर्ग के घर का बजट खर्च में कटौती के बावजूद चार से पांच हजार रुपये तक बढ़ गया है।
चावल की कीमत में भी इजाफा, दाल और तेल में राहत
बाजार में दाल और तेल की कीमतों में बीते एक-डेढ़ महीने से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। तेल- रिफाइन की कीमत दो सौ रुपये के नीचे है। पिछले साल जनवरी-फरवरी में चावल-आटा की कीमतें स्थिर थी और दाल-तेल की कीमत बढ़ने से परेशानी हुई थी। इसके अलावा चीनी आदि चीजों में बढ़ोतरी नहीं हुई है। आटा की कीमत लगातार बढ़ रही है।
दस से पन्द्रह दिन के अंदर आटा की खुदरा कीमत में दो से तीन रुपये किलो और पैकट बंद आटा की कीमत में चार से पांच रुपये किलो तक की बढ़ोतरी हुई है। 36 रुपये किलो बिकने वाला आटा शुक्रवार को 38 रुपये किलो बिक रहा है। 190 रुपये में पांच किलोग्राम का पैकेट की कीमत बढ़कर 205 रुपये हो गई है। 25 किलोग्राम का आटा पैकेट की कीमत पहले 640 रुपये से बढ़कर 820 रुपये हुआ था। पर्व-त्योहार में यह बढ़कर 870 रुपये हो गया है।
ब्रांडेड आटा की बात करें तो 25 किलोग्राम वाले आटा पैकेट की कीमत 840 रुपये से बढ़कर 855 रुपये और 30 किलोग्राम वाले आटा पैकेट की कीमत 890 रुपये वाले की बढ़कर 980 रुपये और 1080 रुपये पैकेट वाले की कीमत बढ़कर 1120 रुपये हो गया है। चावल की कीमत में भी काफी बढ़ोतरी बीते दस-पन्द्रह दिनों में देखा गया है।
खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव बताते हैं कि लंबा दाना चावल में 10 रुपये किलो तक और बिहार के खेतों से निकले चावल में 4 रुपये किलो तक की बढ़ोतरी हुई है। बेउर के दुकानदार बताते हैं कि 25 किग्रा के चावल की बोरी ब्यूटी क्वीन 11 सौ रुपये से बढ़कर 1180 रुपये। लाडली चावल की बोरी 980 रुपये से बढ़कर 1100 रुपये, सेवन स्टार चावल की कीमत 910 रुपए से बढ़कर एक हजार रुपये हो गया है। बेउर के खुदरा दुकानदार मंटू बताते हैं कि मोटका मंसूरी(25 किग्रा) की कीमत 680 रुपये से बढ़कर 760 रुपये हो गया है। वहीं माखनभोग(25किग्रा) की कीमत 1220 रुपये से बढ़कर 1370 रुपये किलो हो गया है।