इटियाथोक-गोंडा मुख्य मार्ग पर स्थिति बिसुही नदी का पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। पानी का बहाव ऐसे ही रहा तो कभी भी इस मार्ग पर आवगमन बंद होने की आशंका बनी हुई है। दिनों दिन बिसुही नदी में पानी के साथ साथ बहाव भी बहुत तेज बढ़ रहा है। बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद भी अभी भी सरकारी तंत्र सक्रिय नहीं हुआ है।

बिसुही नदी के पानी का बहाव इतना तेज है कि इटियाथोक के करीब एक दर्जन गांव को अपने आगोश में ले लिया है। क्षेत्र के कई गांव बाढ़ग्रस्त में डूब चुके है। सबसे भयावह स्थिति इटियाथोक के तेलयानी मार्ग की है। मार्ग पर कमर तक पानी बह रहा है लोग इसी पानी से अपने घरों तक बड़ी मशक्कत के बाद पहुंचते है। इस मार्ग पर अच्छी खासी आबादी है। लोगों के मकान भी पानी में डूब चुके है। लोगों को खाने पीने के साथ-साथ रात्रि विश्राम में बड़ी दिक्कत हो रही है।
यहां की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि सरकारी तंत्र अभी तक मूकदर्शक बना हुआ है। अभी तक बाढ़ से पीड़ित लोगो को कोई भी मदद जिला प्रशासन से नहीं मिली है। क्षेत्र के परसिया बहोरीपुर, एकडंगा पुरवा सहित आसपास के कई गांव और मजरे को बारिश के पानी ने जलमग्न कर दिया है। लोगों ने अपने जानवर को दूसरी जगह ऊंचे स्थान बांध दिया है।
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