एशिया कप से पहले पंत और कार्तिक एक साथ प्लेइंग इलेवन में खेलते थे क्योंकि उस समय राहुल-कोहली नहीं थे। इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों की वापसी के बाद अब कोई एक विकेट कीपर ही टीम में जगह बना सकता है।
टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन को लेकर इस समय सबसे अधिक चर्चा का विषय ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक की जगह को लेकर चल रहा है। कई दिग्गज दिनेश कार्तिक को खिलाने के पक्ष में हैं क्योंकि वह इस समय अपने करियर की सबसे गजब फॉर्म में चल रहे हैं। वहीं कुछ ऋषभ पंत के पक्ष में हैं क्योंकि ये विस्फोटक बल्लेबाज मिडिल ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाज की कमी पूरी करने के साथ पावर हिटिंग करना जानता है। एशिया कप से पहले ये दोनों खिलाड़ी एक साथ प्लेइंग इलेवन में खेला करते थे। दरअसल, उस समय ना तो टीम में उप-कप्तान केएल राहुल थे और ना ही विराट कोहली, इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों की वापसी के बाद कोई एक विकेट कीपर ही टीम में जगह बना सकता है। ऐसे में पहले टी20 में कप्तान रोहित शर्मा ने पंत से ऊपर कार्तिक को मौका दिया। कप्तान के इस फैसले से वो पक्ष नराज हुआ जो पंत के सपोर्ट में था, अगर रोहित पंत को मौका देते तो कार्तिक के सपोर्टर नराज होते।
इस दुविधा को दूर करने के लिए आज हम आपके लिए कुछ आंकड़े लेकर आए हैं। आइए इन आंकड़ों की मदद से जानते हैं कि दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत का इस साल का परफॉर्मेंस कैसा रहा है।
ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को टी20 क्रिकेट में इस साल लगभग बराबर मैच खेलने को मिले हैं। कार्तिक ने जहां 19 मैच में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है, वहीं पंत ने 17 मुकाबले खेले हैं। लेकिन कार्तिक को 19 में से सिर्फ 15 ही बार बल्लेबाजी का मौका मिला है क्योंकि वह टीम में फीनिशर का रोल अदा करते हैं, वहीं पंत ने 17 में से 16 बार बैटिंग की है।
अब दोनों खिलाड़ियों के रनों की बात करें तो कार्तिक के बल्ले से इस साल 19.90 की औसत से 199 रन निकले हैं, वहीं पंत ने 25.91 की औसत से 311 रन बनाए हैं। दोनों ने इस साल 1-1 अर्धशतक लगाया है। एक नजर स्ट्राइक रेट पर भी डालें तो यहां भी पंत कार्तिक से थोड़ा आगे दिखाई दे रहे हैं। पंत का स्ट्राइक रेट 2022 में 133.47 का रहा है, वहीं कार्तिक ने 132.66 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
इन आंकड़ों को देकर यही लगता है कि ऋषभ पंत दिनेश कार्तिक से एक कदम आगे हैं। अगर टीम मैनेजमेंट उन्हें कार्तिक से ऊपर मौका देती है तो पंत मिडिल ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाज की कमी पूरी करने के साथ फीनिशर का रोल भी निभा सकते हैं।