पहले तीन मैच जीतकर श्रंखला अपने नाम कर चुकी भारतीय महिला टीम रविवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ चौथे महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी अपना दबदबा कायम रखने की कोशिश करेगी। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ने पांच मैचों की इस श्रृंखला में अभी तक अपना दबदबा कायम रखा है। श्रीलंका की टीम अभी तक उसे किसी भी तरह की चुनौती नहीं दे पाई है। भारत श्रृंखला में 3-0 से आगे है। भारत ने पहले तीन मैच में लक्ष्य का पीछा किया और उसके दबदबे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसने किसी भी मैच में 14.4 ओवर से अधिक बल्लेबाजी नहीं की है, तीन से अधिक विकेट नहीं गंवाए हैं, और 129 रन से अधिक के लक्ष्य का सामना नहीं किया है। इस शानदार सफलता का श्रेय मुख्य रूप से भारतीय गेंदबाजों को जाता है।
अनुभवी स्पिनर दीप्ति शर्मा ने दो मैचों में चार विकेट लिए हैं जबकि रेणुका सिंह ने शुक्रवार को ग्रीनफील्ड स्टेडियम में एक ही मैच में चार विकेट हासिल किए। टॉस ने भी थोड़ी भूमिका निभाई होगी क्योंकि हरमनप्रीत ने तीनों मौकों पर टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। इससे उनके गेंदबाजों को कम ओस वाली परिस्थितियों में गेंदबाजी करने का मौका मिला। भारतीय गेंदबाजों ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया है और अब तक किसी भी श्रीलंकाई बल्लेबाज को 40 रन की संख्या को पार नहीं करने दिया है। भारतीय श्रृंखला में कई तरह के संयोजन आजमा रहा है। अरुंधति रेड्डी ने पहले दो मैच खेले, जबकि अगले मैच में रेणुका ने इस तेज गेंदबाज की जगह ली।
रेणुका ने तीसरे मैच के समाप्त होने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हम 2026 के टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए विभिन्न संयोजन आजमा रहे हैं। हाल ही में वनडे विश्व कप जीतने के बाद हम अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहते हैं और हम अपने लिए तय किए गए मानकों को बरकरार रखना चाहते हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने भी गेंदबाजों का अच्छा साथ दिया। शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स ने अर्धशतक बनाकर अपनी शानदार फॉर्म बनाए रखी है। हालांकि स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना अभी तक अपनी पूरी फॉर्म में नहीं आ पाई हैं। उन्होंने तीन मैचों में 13.33 के औसत और 100 से कम के स्ट्राइक रेट से 40 रन बनाए हैं। बाएं हाथ की बल्लेबाज मंधाना बड़ी पारी खेलने के लिए उत्सुक होगी। यह भी देखना बाकी है कि क्या भारत इस मैच में युवा बल्लेबाज गुनालन कमलिनी और अनुभवी हरलीन देओल को मौका देगा। भारत ने अब तक टीम के बाकी सभी 13 सदस्यों को मौका दिया है। अनुभवी चमारी अटापट्टू की अगुवाई में श्रीलंकाई बल्लेबाज श्रृंखला में बुरी तरह विफल रहे हैं।
अटापट्टू के अलावा उसकी टीम में हसिनी परेरा, कविशा दिलहारी और हर्षिता समरविक्रमा जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं लेकिन इनमें से कोई भी अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। श्रीलंका को अगर भारत के सामने चुनौती पेश करनी है तो उसके बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
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