एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक बने रहेंगे कार्यवाहक मुख्यमंत्री
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सुबह राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। राज्यपाल ने शिंदे से अनुरोध किया है कि वह नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते रहें।
मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान
महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की शानदार जीत के बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। बीजेपी ने 132 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर अपनी दावेदारी मजबूत की है।
हालांकि, शिवसेना ने सिर्फ 57 सीटें जीतीं, लेकिन पार्टी ने बिहार के राजनीतिक समीकरण का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री पद की मांग की है। शिवसेना का तर्क है कि जैसे बिहार में बीजेपी के बड़े भाई होने के बावजूद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, वैसे ही महाराष्ट्र में शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग
शिवसेना नेता दीपक केसरकर और पार्टी प्रवक्ता शीटल म्हात्रे ने कहा कि पार्टी के विधायकों और मराठा समुदाय की इच्छा है कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद पर बने रहें। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर शिंदे का मुख्यमंत्री बने रहना आवश्यक है।
शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने कहा कि बीजेपी को उन आलोचनाओं का जवाब देना चाहिए, जिसमें उसे सहयोगियों को इस्तेमाल कर छोड़ देने वाली पार्टी कहा जाता है।
शिंदे का अपील
एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे उनके आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ या अन्य स्थानों पर एकत्र न हों। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कहा,
“महायुति गठबंधन की बड़ी जीत के बाद, हमारी सरकार फिर से बनेगी। लेकिन मैं सभी समर्थकों से अपील करता हूं कि मेरी समर्थन में इस तरह से इकट्ठा न हों। मैं आपके प्यार के लिए दिल से आभारी हूं।”
राजनीतिक पृष्ठभूमि
2022 में, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर बीजेपी के साथ हाथ मिलाया था। 40 से अधिक विधायकों के समर्थन के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे के गुट को असली शिवसेना करार दिया था।