केरल के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में शनिवार, 23 नवंबर को वोटों की गिनती शुरू होने के बाद कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ी बढ़त बना ली है। सुबह 8 बजे शुरू हुई मतगणना के दो घंटे बाद प्रियंका गांधी वाड्रा अपने निकटतम प्रतिद्वंदी वामपंथी उम्मीदवार सथ्यान मोकेरी से 1 लाख से अधिक वोटों से आगे चल रही थीं।
कड़ी त्रिकोणीय टक्कर:
वायनाड, जो कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, इस बार एक त्रिकोणीय मुकाबले का गवाह बना। प्रियंका गांधी वाड्रा यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। उनके सामने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नव्या हरिदास और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के सथ्यान मोकेरी हैं।
सुबह 10 बजे तक चुनाव आयोग (ECI) के अनुसार, प्रियंका गांधी 1,01,743 वोटों से आगे थीं। वहीं, वामपंथी उम्मीदवार सथ्यान मोकेरी दूसरे स्थान पर और बीजेपी की नव्या हरिदास तीसरे स्थान पर थीं।
राहुल गांधी ने छोड़ी थी सीट:
प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड सीट से चुनाव लड़ रही हैं, जिसे उनके भाई राहुल गांधी ने खाली किया था। राहुल गांधी ने इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनावों में उत्तर प्रदेश के रायबरेली से भी लोकसभा का चुनाव जीता था और वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया था।
अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं, तो वह गांधी परिवार की तीसरी सदस्य होंगी जो संसद में प्रवेश करेंगी।
बीजेपी की प्रतिक्रिया:
बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने मतदान से पहले आत्मविश्वास जताया था कि अगर वायनाड के लोग विकास चाहते हैं, तो वे एनडीए को चुनेंगे। उन्होंने कहा, “पिछली बार राहुल गांधी ने वायनाड से जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र को छोड़ दिया और रायबरेली सीट को बरकरार रखा। इस बार लैंडस्लाइड घटना के कारण मतदान प्रतिशत कम रहा। अगर लोग वायनाड में विकास चाहते हैं, तो वे एनडीए को चुनेंगे।”
प्रियंका गांधी की यह बढ़त कांग्रेस के लिए बड़ी जीत का संकेत है और यह उपचुनाव वायनाड के राजनीतिक परिदृश्य में अहम भूमिका निभा सकता है।