तमिलनाडु: एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 613 के पायलट्स इक़रोम रिफादली फहमी ज़ैनाल और मैत्री श्रीकृष्ण शितोले को त्रिची एयरपोर्ट से निकलते हुए देखा गया, जब उन्होंने बीच हवा में हाइड्रॉलिक फेलियर की समस्या से निपटते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया। उनकी सूझ-बूझ और त्वरित निर्णय ने 141 यात्रियों की जान बचाई।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पायलटों और फ्लाइट क्रू की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी सूझ-बूझ और त्वरित कार्रवाई ने यात्रियों को सुरक्षित उतारा। इसके अलावा, तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने भी फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग के लिए कप्तान और को-पायलट का धन्यवाद किया।
राज्यपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर लिखा, “तिरुचिरापल्ली से शारजाह जा रही फ्लाइट IX 613 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए कप्तान और को-पायलट को धन्यवाद। लैंडिंग गियर में गड़बड़ी के बावजूद कॉकपिट और कैबिन क्रू ने साहस और पेशेवर शांति से काम किया।”
तिरुचिरापल्ली से शारजाह जा रही इस फ्लाइट को लैंडिंग गियर में तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा। पायलटों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए हवा में लगभग दो घंटे तक चक्कर लगाया ताकि ईंधन को जलाया जा सके और फिर त्रिची एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग कराई।
एक वरिष्ठ बोइंग पायलट ने पीटीआई को बताया कि बोइंग 737 जैसी नैरो बॉडी विमान में ईंधन छोड़ने का विकल्प नहीं होता, इसलिए पायलटों ने वजन कम करने के लिए उड़ान में चक्कर लगाए।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान से पहले किसी भी तकनीकी समस्या की रिपोर्ट नहीं की गई थी, और अब मामले की जांच चल रही है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था की जा रही है।
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि शाम 6:05 बजे समस्या का पता चलते ही सभी आपातकालीन टीमें तत्परता से कार्यवाही में जुट गईं।