मुंबई के चेंबूर ईस्ट स्थित सिद्धार्थ नगर की एक ग्राउंड-प्लस-टू झुग्गी संरचना में रविवार सुबह करीब 4:45 बजे एक भीषण आग लग गई। इस हादसे में गुप्ता परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। आग अवैध रूप से रखे 25 लीटर मिट्टी के तेल और नवरात्रि के दीये से लगी। आग पहले परिवार के घर में स्थित पूजा कक्ष से शुरू हुई और उसके बाद साथ में बने किराना स्टोर तक फैल गई।
मृतकों में मंजू प्रेम गुप्ता (30), प्रेम छेदीराम गुप्ता (30), अनीता धर्मदेव गुप्ता (39), गीता देवी गुप्ता (60), प्रेसी प्रेम गुप्ता (6), नरेंद्र गुप्ता (10), और विधि छेदीराम गुप्ता (15) शामिल हैं। इन सभी को राजावाड़ी अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया।
धर्मदेव गुप्ता (45) और उनके पिता छेदीराम गुप्ता (70) ने आग से बचकर निकलने में कामयाबी पाई। छेदीराम जी, जो सुबह शौचालय गए थे, ने आग की लपटें देखी और शोर मचाकर अपने बेटे को जगाया। दोनों ने किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
अग्निशमन अधिकारी रविंद्र अंबुलगेकर ने पुष्टि की कि अवैध रूप से रखे गए मिट्टी के तेल ने आग को भड़काया। उन्होंने कहा, “दीया गिरा, जिससे लकड़ी में आग लग गई और मिट्टी का तेल आग को और भड़काने का कारण बना। घर में आने-जाने का सिर्फ एक ही रास्ता था, जिससे बचाव का कोई दूसरा विकल्प नहीं था।”
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की और घायलों का मुफ्त इलाज कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।