इज़राइल ने रविवार को लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी जारी रखी, जिससे एक ही दिन में 100 से अधिक लोग मारे गए। इसके साथ ही इज़राइल ने यमन में हूथी ठिकानों पर भी हमले किए, जिससे मध्य पूर्व में युद्ध फैलने की आशंका और गहरा गई है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़राइली हमले में रविवार को 105 लोगों की मौत हो गई और 359 लोग घायल हो गए।
यह हमला हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के दो दिन बाद हुआ, जिसे इज़राइल ने मार गिराया था। नसरल्लाह की मौत के बाद हिज़बुल्लाह ने इज़राइल पर हमले तेज कर दिए थे, जिसका जवाब इज़राइल ने और भी आक्रामक बमबारी से दिया।
लेबनान-इज़राइल युद्ध के मुख्य बिंदु:
- लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार को दक्षिणी लेबनान के सिदोन के पास घातक हवाई हमले हुए। पूर्वी और दक्षिणी लेबनान तथा राजधानी बेरूत में भी दर्जनों मौतें हुईं। फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि लेबनान में एक और फ्रांसीसी नागरिक की मौत हो गई है।
- पहली बार बेरूत पर हमला: सोमवार को गवाहों ने बताया कि इज़राइल ने पहली बार मध्य बेरूत पर हवाई हमला किया। यह हमला एक आवासीय इमारत पर हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इसके पहले, इज़राइल ने केवल दक्षिणी बेरूत को निशाना बनाया था, जहां हिज़बुल्लाह का मुख्यालय है।
- हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ नेता की मौत: रविवार को इज़राइल ने हिज़बुल्लाह के केंद्रीय परिषद के उपाध्यक्ष नबील कौक को मार गिराया। यह हफ्ते भर में हिज़बुल्लाह का सातवां वरिष्ठ नेता था, जिसकी मौत हुई है। शुक्रवार को नसरल्लाह के साथ ही वरिष्ठ कमांडर अली करकी की भी मौत हो गई थी।
- अधिक हवाई हमले: लेबनानी मीडिया ने रिपोर्ट दी कि इज़राइल ने केंद्रीय, पूर्वी और पश्चिमी बेक्का घाटी में भी दर्जनों हमले किए, जहां नागरिक इमारतों को निशाना बनाया गया। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण में दो दिन के भीतर 14 स्वास्थ्यकर्मी मारे गए।
- हिज़बुल्लाह का पलटवार: पिछले हफ्ते में हिज़बुल्लाह ने इज़राइली हमलों का जवाब देते हुए अपनी गतिविधियां तेज कर दीं, लेकिन अधिकांश रॉकेट हमलों को इज़राइल के रक्षा तंत्र ने निष्क्रिय कर दिया।
- यमन में इज़राइल का हमला: रविवार को इज़राइल ने यमन में हूथी ठिकानों पर हमला किया। यह हमला हूथी बलों द्वारा बेन गुरियन हवाई अड्डे पर बैलिस्टिक मिसाइल दागने के बाद हुआ, जब इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वहां पहुंचे थे।
- अमेरिकी हस्तक्षेप: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने घोषणा की कि वह इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बातचीत करेंगे और मध्य पूर्व में पूर्ण युद्ध से बचने की चेतावनी दी।
- व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया: अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इज़राइली हमलों ने हिज़बुल्लाह की कमांड संरचना को लगभग नष्ट कर दिया है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि संगठन इसे फिर से पुनर्निर्मित कर सकता है। नसरल्लाह की मौत पर उन्होंने कहा कि उनकी अनुपस्थिति से दुनिया अधिक सुरक्षित होगी।
- लेबनान में मानवीय संकट: इस युद्ध ने लेबनान में भीषण मानवीय संकट पैदा कर दिया है। दो सप्ताह में ही 1,030 लोग मारे गए हैं, जिनमें 156 महिलाएं और 87 बच्चे शामिल हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं, और सरकार का कहना है कि 2.5 लाख लोग शरणार्थी शिविरों में हैं।
- मध्य पूर्व में युद्ध की शुरुआत: यह युद्ध 7 अक्टूबर को तब शुरू हुआ जब हमास ने इज़राइल पर हमला किया, जिसमें 1,205 लोग मारे गए और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया। इसके जवाब में इज़राइल ने गाजा पर लगातार हमले किए, जिससे 41,595 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे।
यह संघर्ष लगातार बढ़ रहा है और इससे न केवल मध्य पूर्व बल्कि पूरी दुनिया में गंभीर परिणाम होने की आशंका है।