शिमला पुलिस ने 20 सितंबर को शाही महात्मा उर्फ शशि नेगी को गिरफ्तार किया, जो एक सेब व्यापारी है, पर पहाड़ों में एक हाई-टेक व्हाट्सएप ‘चिट्टा’ (हेरोइन) कार्टेल चलाने का आरोप है। नेगी और उसके 40 सहयोगियों ने शिमला के ऊपरी क्षेत्रों जैसे रोहड़ू, जुब्बल-कोटखाई और ठियोग में सेब के व्यापार की आड़ में हेरोइन की आपूर्ति की। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह के दिल्ली, हरियाणा और अफ्रीका में नाइजीरिया के अन्य ड्रग तस्करों से भी संबंध थे।
पुलिस ने नेगी के रैकेट से जुड़े 25 सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है और कुल 465 ग्राम ‘चिट्टा’ बरामद किया है, जो 2024 में पहाड़ों में सबसे बड़ी जब्ती है। गिरोह की कार्यप्रणाली बेहद जटिल थी। नेगी ने सुनिश्चित किया कि ड्रग्स की अंतिम डिलीवरी से पहले यह कम से कम चार अलग-अलग हाथों से गुजरती। प्रत्येक व्यक्ति या टीम एक-दूसरे से पूरी तरह असंबद्ध थी, जिससे पुलिस को रैकेट की कड़ियों को जोड़ने में कठिनाई हुई।
ड्रग्स की मांग व्हाट्सएप के माध्यम से की जाती थी, और पैसे कई बैंक खातों के माध्यम से घूमकर सोलन स्थित धन लक्ष्मी खातों में पहुंचते थे। पुलिस ने लगभग ₹2.5-3 करोड़ की धनराशि का पता लगाया है। पुलिस ने यह नेटवर्क तोड़ने के लिए स्थानीय निवासियों को शामिल कर “सोशल इंटेलिजेंस नेटवर्क सिस्टम” का इस्तेमाल किया।
नेगी की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने मादक पदार्थ अधिनियम (NDPS) के तहत नौ लोगों के खिलाफ पांच एफआईआर दर्ज की थी।