जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में शुक्रवार को हुए छात्रसंघ चुनाव में बंपर मतदान हुआ। मतदाताओं के जागरूक होने के कारण रिकॉर्ड करीब 73 फीसदी मतदान हुआ। पिछली बार के मुकाबले यह लगभग पांच फीसदी अधिक है। साइंस स्कूल के छात्रों ने मतदान में अधिक रुचि दिखाई। उधर, मतदान के बाद एबीवीपी ने जेएनयू छात्रसंघ चुनाव समिति से मतदान में बैलेट पेपर पर तीन सवाल सार्वजनिक करने की मांग रखी है। इनमें बैलेट पेपर की कुल संख्या, कितने प्रयोग हुए और कितने नष्ट किए गए शामिल हैं।
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र ने शुक्रवार रात को मतदान की जानकारी देते हुए बताया कि कुल 7751 मतदाता थे। इसमें से करीब 73 फीसदी मतदान में शामिल हुए। जेएनयू कैंपस में सुबह नौ बजे चुनाव शुरू होना था, लेकिन दो घंटे की देरी से सुबह 11 बजे शुरू हो पाया। इसके बाद शाम पांच बजे की बजाय सात बजे मतदान समाप्त हुआ।
दरअसल, जेएनयू शिकायत निवारण समिति की ओर से पुराने मामलों में दोषी पाए जाने के कारण वामदल गठबंधन की सचिव पद की प्रत्याशी स्वाति सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया था। ऐसे में चुनाव समिति को बैलेट पेपर से स्वाति सिंह का नाम हटाना पड़ा। इसलिए मतदान शुरू होने में दो घंटे की देरी हुई। शुक्रवार रात करीब 11 बजे बैलेट पेपर से हुए मतों की गणना शुरू हुई। अंतिम नतीजे शनिवार देर रात या रविवार को आ सकते हैं।
मतदाताओं का धन्यवाद अभियान
एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी उमेश चंद्र ने मतदान समाप्त होने के साथ कैंपस में मतदाता धन्यवाद कैंपेन शुरू कर दिया। इसमें उन्होंने मतगणना केंद्र के बाहरढाबा और हॉस्टल व मैस में जाकर मतदाताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे हमेशा छात्रों की मांगों को लेकर काम करेंगे। उधर, वामदल गठबंधन के अध्यक्ष पद प्रत्याशी धनंजय ने भी मतदाताओं का आभार जताया।