मेरठ से दिल्ली आकर ऑन डिमांड लग्जरी कारें चोरी करने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को बाहरी-उत्तरी जिले के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड (एएटीएस) ने दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मेरठ के किठोर के मोहल्ला सलातीन निवासी आशिम अली उर्फ हासिम, मेरठ के गांव कैली निवासी अफजल और मेरठ के किठोर के मोहल्ला जलालुद्दीनपुरा निवासी शाहरोज के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की गई पांच लग्जरी कारों के अलावा औजार व अन्य सामान बरामद किया है। आरोपी आशिम अली के खिलाफ 23, अफजल के खिलाफ 17 और शाहरोज के खिलाफ दो मामले पहले से दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी से फिलहाल वाहन चोरी के छह मामले सुलझे हैं।
बाहरी-उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि 22 फरवरी को उनकी टीम को सूचना मिली थी कि वाहन चोरी में शामिल गैंग रोहिणी के सेक्टर-35 के पास आने वाला है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने मौके पर जाल बिछा दिया। इसके बाद कुछ दूर पीछा कर तीनों आरोपियों को दबोच लिया गया।
इनके पास से बरामद क्रेटा कार शाहबाद डेयरी इलाके से चोरी की गई थी। कार पर लगी नंबर प्लेट भी फर्जी मिली। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह ऑन डिमांड दिल्ली-एनसीआर में कारें चोरी करने के लिए आते हैं। इनके निशाने पर क्रेटा, ब्रेजा, किया समेत दूसरी लग्जरी कारें रहती हैं।
कार चोरी करने के बाद उसे दिल्ली में ही कहीं पार्क कर दिया जाता था। कार के रिसीवर के कहने पर बाद में उसे कार हवाले कर पैसे ले लिए जाते। रिसीवर कार का मॉडल और रंग बताता है। रिसीवर दुर्घटना में खत्म हुई कारों के पेपर इंश्योरेंस कंपनियों से खरीदकर उसके बदले दिल्ली-एनसीआर से कार चोरी करवा लेते थे।
बाद में इन कारों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर अच्छे दाम पर बेच दिया जाता। आरोपियों ने बताया कि यह ज्यादातर चोरी की कारें पप्पू उर्फ बकरा नामक व्यक्ति को बेचते हैं। पुलिस तीनों से पूछताछ कर आरोपी की तलाश कर रही है। पप्पू भी मेरठ का ही रहने वाला है।