देश में कोयले उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। नवंबर महीने में भारत का कोयला उत्पादन 11 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। कोल इंडिया लिमिटेड की सभा 7 ब्रांच में विकास देखने को मिली है। कोल इंडिया के बीसीसीएल और एनसीएल ने अपने-अपने प्रगतिशील लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। नवंबर महीने में संचयी कोयला उत्पादन 591.28 मीट्रिक टन (अनंतिम) तक पहुंच गया है।
पिछले महीने यानी नवंबर में भारत का कोयला उत्पादन 11.03 प्रतिशत बढ़कर 84.53 मिलियन टन (एमटी) हो गया,। यह पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में 76.14 मीट्रिक टन था। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का उत्पादन नवंबर 2023 में 8.74 प्रतिशत बढ़कर 65.97 मीट्रिक टन हो गया। यह पिछले वित्त वर्ष के नवंबर में 60.67 मीट्रिक टन था।
वहीं, घरेलू कोयला उत्पादन में सीआईएल का हिस्सा 80 प्रतिशत से अधिक है। कोल इंडिया लिमिटेड की सभी सात शाखाओं में विकास देखने को मिला है। आपको बता दें कि बीसीसीएल और एनसीएल ने अपने-अपने प्रगतिशील लक्ष्य हासिल कर लिए हैं।
संचयी कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी
कोयला मंत्रालय द्वारा कहा गया कि संचयी कोयला उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 के नवंबर तक 591.28 मीट्रिक टन (अनंतिम) तक पहुंच गया है। यह पिछले वित्त वर्ष 22-23 में इसी अवधि के दौरान 524.53 मीट्रिक टन की तुलना में 12.73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
देश का कोयला प्रेषण पिछले महीने बढ़कर 81.63 मीट्रिक टन (अनंतिम) हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष के नवंबर में 74.87 मीट्रिक टन (अनंतिम) दर्ज किया गया था, जिसमें 9.02 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि संचयी कोयला प्रेषण नवंबर 2023 तक में 11.70 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि के दौरान 557.80 मीट्रिक टन की तुलना में वित्त वर्ष 23-24 में 623.04 मीट्रिक टन (अनंतिम) तक महत्वपूर्ण उछाल देखा गया है।