श्रावण मास में 19 वर्षों के बाद इस वर्ष दुर्लभ संयोग बना है। इस बार सावन में 8 सोमवार और 9 मंगला गौरी व्रत मिल रहे हैं। जबकि 4 जुलाई मंगलवार से श्रावण मास का आरंभ व 31 अगस्त गुरुवार को समापन हो रहा है। जिसमें 18 जुलाई मंगलवार से 16 अगस्त बुधवार तक मलमास या पुरुषोत्तम मास होगा। इस संबंध में ज्योतिषाचार्य पं. मार्कण्डेय दूबे ने बताया कि श्रावण मास हिंदू नववर्ष का 5 वां मास है l यह आषाढ़ पूर्णिमा के बाद शुरू होता है l श्रावण मास भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है l जबकि इस साल सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को है l इस सोमवारी व्रत में भगवान शंकर के शिवलिंग पर पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है।

सावन मास में इस बार 8 श्रावण सोमवार व्रत
ज्योतिषाचार्य ने बताया इस बार सावन मास दो बार लगने के कारण कुल 8 श्रावण सोमवार व्रत होगा। जिसमें पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को है और अंतिम सोमवार व्रत 28 अगस्त को है l इस वर्ष शिव भक्तों को भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए 8 सावन सोमवार व्रत करने को मिलेंगे l इसमें शुद्ध सावन के 4 और अधिकमास के 4 सोमवार व्रत होंगे l श्रावण मास में इस बार 9 मंगला गौरी व्रत भी है l हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस दिन माता पार्वती की पूजा करते हैं l जिससे सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है l इसमें शुद्ध सावन के 4 और अधिकमास यानि मलमास के 5 मंगला गौरी व्रत हैl
GDS Times | Hindi News Latest News & information Portal