बिहार में रामनवमी पर भड़की हिंसा के बाद तनाव की स्थिति बरकरार है। नालंदा के बिहारशरीफ में शुक्रवार से धारा 144 लागू है। इस बीच रविवार को अमित शाह नवादा पहुंचे और कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि रविवार को कहा कि बिहार में सद्भाव बिगाड़ने की संघी कोशिश हो रही। बिहार सरकार की पैनी नजर है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा कमजोर है, वहां बौखलाई हुई है। भाईचारे को तोड़ने के किसी भी भाजपाई प्रयोग का हमने हमेशा माकूल जवाब दिया है और देते रहेंगे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक उपद्रवी को चिन्हित कर कठोरतम कार्रवाई की जा रही है।
बिहार में हिंसा थामने को केंद्र ने भेजे सशस्त्र बल
बिहार के बिहारशरीफ और सासाराम में हुई सांप्रदायिक हिंसा थामने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर केंद्र के सशस्त्र बल भी तैनात किए गए हैं। शनिवार को बिहार दौरे पर पहुंचे शाह ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से फोन पर बात की। केंद्र ने शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की दस बटालियनें भेजी हैं।
अमित शाह बोले- दंगाइयों को उल्टा टांग देंगे
हिंसा की वजह से सासाराम में रविवार को होने वाली शाह की एक सभा रद कर दी गई थी। नवादा में अपनी दूसरी सभा में शाह ने रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा रोक नहीं पाने के लिए नीतीश कुमार की सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि हमारी सरकार बनी तो दंगा करने वालों से सख्ती से निपटेंगे। उन्हें उल्टा टांग देंगे।
भाजपा ने कहा- बिहार में जंगलराज
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जदयू और राजद की सरकार बिहार को संभाल नहीं पा रही, इसलिए हम बिहार की चिंता कर रहे हैं। जिस सरकार में जंगलराज के प्रणेता लालू यादव की पार्टी शामिल हो, वह सरकार बिहार में कभी भी शांति स्थापित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू को सत्ता की भूख ने लालू यादव की गोद में बैठने को मजबूर कर दिया है।
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