आज परीक्षा पे चर्चा 2023 कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क के बीच के अंतर को उन्होंने स्टूडेंट्स को बखूबी दो कहानियों के जरिए समझाया। स्मार्ट वर्क और हार्ड वर्क का अंतर समझाने के लिए पीएम मोदी ने कौवे की एक पुरानी कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि आप सभी ने प्यासे कौवे की कहानी सुनी होगी, जिसमें कौवे ने मटके में कम पानी होने पर कंकड डालें, जिससे पानी ऊपर आ जाता है और फिर वह पानी पी पाता है। क्या ये उसका हार्डवर्क था या स्मार्टवर्क? कुछ लोग हार्डली स्मार्टवर्क करते हैं जबकि कुछ लोक स्मार्टली हार्डवर्क करते हैं। कौवे से हमें यही सीखना है।
पीएम मोदी ने स्मार्ट वर्क का उदाहरण एक और कहानी के जरिए दिया। उन्होंने इसके लिए मैकेनिक की एक कहानी सुनाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार एक व्यक्ति की गाड़ी खराब हो गई। वह घंटो धक्का लगाता रहा मगर गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई। उसमें दो तार जोड़ने थे, उसने एक मैकेनिक को बुलाया जिसने 2 मिनट में गाड़ी ठीक कर दी और 200 रुपये का बिल बना दिया। इस पर व्यक्ति को गुस्सा आया बोला 2 मिनट के काम के लिए 200 रुपए क्यों दिए जाएं। इस पर मैकेनिक ने कहा कि 200 रुपये 2 मिनट के नहीं, 20 साल के अनुभव के हैं।