बिहार में शराब माफिया के मंसूबे बुलंदी पर हैं। मुजफ्फरपुर में शनिवार को उत्पाद विभाग की टीम पर जानलेवा हमला के ठीक अगले दिन रविवार को दरभंगा में एक रिटायर चौकीदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक ने तस्कर को शराब की खेप उतारने से रोका था। बीते सप्ताह में मुजफ्फरपुर में भागलपुर निवासी उत्पाद विभाग के सिपाही की शराब माफिया ने नदी में डुबाकर हत्या कर दी थी।
घटना दरभंगा के कमतौल थाना अंतर्गत माधोपट्टी में पेट्रोल पंप के पास रविवार की अहले सुबह करीब तीन बजे हुई। शराब तस्करों ने पूर्व चौकीदार प्रमोद पासवान की गोली मार हत्या कर दी। आरोपित की पहचान कमतौल निवासी दीपक ठाकुर और उसके एक साथी के रूप में की गयी है। सूचना मिलने पर कमतौल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शराब लदे टेम्पो को जब्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया है। इधर, घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने एसएच 75 को जाम कर दिया है।
जानकारी के अनुसार पूर्व चौकीदार प्रमोद पासवान पेट्रोल पंप पर गार्ड का काम करते थे। देर रात दरभंगा की ओर से टेंपो पर शराब की खेप पेट्रोल पंप के पास एसएच 75 पर पहुंची। एक बाइक पर सवार दो युवकों की देखरेख में शराब को ठिकाने लगाया जा रहा था। प्रमोद पपासवान ने इसका विरोध किया। इसी बात पर बाइक सवार एक बदमाश ने श्री पासवान को गोली मार दी। गोली श्री पासवान के पेट में लगी। इलाज के लिए दरभंगा ले जाने के क्रम में श्री पासवान की मौत हो गयी।
इधर, इसकी सूचना मिलने पर घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर स्थित मोहमदपुर बाजार में ड्यूटी कर रहे श्री पासवान के पुत्र चौकीदार राहुल पासवान एवं उसके साथी राजू दास और नंदकिशोर पासवान घटनास्थल पर पहुंचे। शराब तस्करों ने चौकीदार पर भी गोली चलाई। हालांकि वे बाल-बाल बच गए। चौकीदार एवं उसके साथियों की हिम्मत को देखते हुए तस्कर शराब से भरे टेम्पो को छोड़कर वहां से भाग गए। इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना कमतौल पुलिस को दी। थानाध्यक्ष वरुण कुमार गोस्वामी ने मौके से शराब लदा टेंपो, एक आधार कार्ड व दो खोखे बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस घटनास्थल पर कैंप किये हुए है।