लखनऊ में मरीजों को घर के नजदीक मुफ्त इलाज मुहैया कराने की कवायद आखिरी दौर में हैं। इस माह से मरीजों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में इलाज मिलेगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। अधिकारियों ने जनवरी के आखिरी सप्ताह तक सेंटरों में इलाज की सुविधा शुरू होने की उम्मीद जाहिर की है।
नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की तरफ से लखनऊ में 108 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने को मंजूरी प्रदान की है। सीएमओ की तरफ से सेंटर खोलने की कवायद अंतिमदौर में है। शहर के चारों तरफ सेंटर खुलेंगे। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक सेंटर में एक एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती होगी। इसके लिए साक्षात्कार हो चुके हैं। 20 जनवरी तक साक्षात्कार का परिणाम जारी किया जा सकता है। इसके अलावा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती भी होगी। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भी प्रत्येक सेंटर में तैनात किए जाएंगे।
मरीजों को डॉक्टर की सलाह, जांच और दवा मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी। यहां से मरीज बड़े अस्पतालों में रेफर भी किए जा सकेंगे। सीएमओ ने बताया कि मरीजों को घर के निकट इलाज मिलेगा। साथ ही बड़े अस्पतालों से मरीजों का दबाव भी कम होगा। संक्रामक रोग फैलने की दशा में तुरंत रोकथाम की कार्रवाई की जा सकेगी। संक्रामक रोगों के लिए संवेदनशील इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर सेंटर खोले जा रहे हैं।
हेल्थ पोस्ट सेंटर में मरीजों का रेला
राजधानी के गली-मोहल्लों में हेल्थ पोस्ट सेंटर का संचालन हो रहा है। सुबह आठ से दो बजे तक सेंटर का संचालन हो रहा है। जिसमें मरीजों को फ्री इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रत्येक सेंटर में 50 से 70 मरीज रोज आ रहे हैं। डालीगंज मुकारिम नगर स्थित सेंटर में सोमवार को 60 मरीज देखे गए। फैजुल्लागंज स्थित हेल्थ पोस्ट सेंटर की प्रभारी डॉ. आसिमा ने बताया कि 62 मरीजों को ओपीडी में देखने के बाद दवाएं मुहैया कराई गईं। छितवापुर सेंटर की प्रभारी डॉ. गीतांजली सिंह ने बताया कि रोजाना 50 से 70 मरीज आ रहे हैं। बच्चों से लेकर महिलाओं को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।