अंजान नंबर से आई वीडियो कॉल उठाना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। उसने वीडियो कॉल पर अश्लीलता की। जिसे रिकार्ड कर लिया गया। इसके बाद उसके साथियों ने खुद को पुलिस और यूट्यूब अधिकारी बनाकर पीड़ित से 4.53 लाख रुपये अपने दिए बैंक खातों में जमा करवा लिए। आरोपी ब्लैकमेल कर और भी रकम मांगते रहे। इसके बाद पीड़ित ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से पीड़ित की तहरीर नेहरू कॉलोनी थाने भेजी गई। थानाध्यक्ष लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि तहरीर पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। तहरीर में पीड़ित ने कहा कि बीते छह दिसंबर को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से वीडियो कॉल आई। उन्होंने कॉल उठाई तो सामने से कॉल करने वाली महिला ने अश्लील हरकतें कीं। इसके बाद कॉल सामाप्त हो गई। अगले दिन पीड़ित के फोन एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को राकेश अस्थाना बताया। कहा कि वह दिल्ली के प्रीतमपुर थाने के एसएचओ हैं।
बताया कि पीड़ित के खिलाफ एक युवती के साथ अश्लील वीडियो मिला। बताया कि वीडियो डिलीट कराना है तो यूट्यूब अधिकारी संदीप से संपर्क करना है। नहीं उनके खिलाफ केस दर्ज हो जाएगा। इसके बाद पीड़ित को एक नंबर दिया गया। उस पर बात हुई तो उसने खुद का नाम संदीप बताया। उसने वीडियो डिलीट करने के लिए खर्चा मांगा। पहली बार में 22,500 रुपये लिए गए। इसके बाद दबाव बनाकर उससे कुल 4.53 लाख रुपये जमा कर लिए। रकम दे देकर पीड़ित परेशान हो गया तो उसने पुलिस की शरण की। पुलिस ने अब आरोपी गैंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।