कौशाम्बी के जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ) राजनाथ राम को महिला सहकर्मी के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में जेल भेजे गए शासन ने निलंबित कर दिया है। डीएम की रिपोर्ट मिलते ही निदेशक महिला कल्याण ने निलंबन की कार्रवाई कर दी है। मामले में विभागीय कार्रवाई शुरू होने से आरोपी अफसर की परेशानी बढ़ गई है। बता दें कि रामनाथ राम को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम के खिलाफ आउट सोर्सिंग में तैनात दो महिला कर्मचारियों ने अभद्रता, उत्पीड़न का आरोप लगाया था। एक हफ्ते पहले एक महिला ने आरोप लगाया था। इसकी जांच डीएम सुजीत कुमार करा रहे थे। तीन दिन पहले राजनाथ राम का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह महिला के साथ अभद्रता करते देखे गए। मामले में डीएम ने जांच बैठा दी थी।
बुधवार को एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ बुधवार की देर रात जांच टीम की रिपोर्ट शासन को भेजी गई। रिपोर्ट मिलते ही निदेशक महिला कल्याण विभाग सरनीत कौर ब्रोक ने जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू करा दी गई है।
दो महिलाओं ने दर्ज कराई है शिकायत
जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम के खिलाफ दो महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई है। इनमें एक दिव्यांग महिला भी शामिल है। प्रकरण को अफसरों ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की। इस प्रकरण में कार्रवाई के लिए अफसरों पर खासा दबाव भी था।
लगातार हो रही थी शिकायत जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम के खिलाफ लगातार शिकायत हो रही थी। महिला कर्मचारियों से अभद्रता और उत्पीड़न की शिकायत तो थी ही। ऑफिस में सामान की खरीद फरोख्त के मामले में भी गंभीर आरोप लगे थे। इसके बावजूद अधिकारी के खिलाफ शुरू में कार्रवाई नहीं हुई थी।