चीन में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए हैं। बता दें कि इस विरोध प्रदर्शन का असर चीन के 13 बड़े शहरों में देखने को मिला। लोगों के गुस्से और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अब चीन ने तीन साल बाद प्रतिबंधों में ढील देने का ऐलान किया है।

कोविड प्रतिबंधों में ढील
दरअसल, पूरे चीन में मेडिकल स्पलाई, दुकाने और अन्य व्यवसाय ठप पड़ चुकी है। दवाइयों की दुकानों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। जो दुकाने खुली भी है तो वो लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल हो रही हैं। ऐसे में लोगों में गुस्सा काफी बढ़ता जा रहा है। चीन में हालात इतने खराब है कि लोगों को मेडिकल सुविधाओं के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। इन सभी कमी को दूर और लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए चीन की सरकारी ने कोविड प्रतिबंधों में ढील देने का ऐलान किया है।
बीजिंग में आर्थिक गतिविधियों में कमी
राजधानी बीजिंग में रविवार यानी आज कई दुकाने और अन्य व्यवसाय बंद पड़े हुए है। इसके कारण आर्थिक गतिविधियों में तेजी से कमी देखने को मिल रही है। बीजिंग के सबसे अधिक आबादी वाले जिले चाओयांग में मॉल में सन्नाटा छाया हुआ है। वहीं कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि अब बीजिंग में कोविड परीक्षण की जरूरत कम है।
हल्के या बिना किसी लक्षण वाले लोगों को घरों पर क्वारंटाइन करने का आदेश दिया गया है। एक प्रमुख चीनी महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने राज्य मीडिया को चेताया है कि चीन में ओमिक्रोन वायरस का प्रकोप अब भी है और इसका संक्रमण एक व्यक्ति से 18 अन्य लोगों तक फैल सकता है। कई प्रमुख शहरों में हजारों लोग अब भी इस संक्रमण से संक्रमित हैं।
2023 में चीन की अर्थव्यवस्था
कैपिटल इकोनॉमिक्स के अनुसार, चीन की अर्थव्यवस्था 2023 की पहली तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 1.6% और दूसरी में 4.9% बढ़ सकती है। महामारी विज्ञानी झोंग ने भी कहा कि सामान्य स्थिति में लौटने में कुछ महीने लगेंगे। अधिकारियों के मुताबिक, चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने का उद्देशय विशेष रूप से दवाओं और एंटीजन किट जैसी वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
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