Saturday , July 27 2024

कोहरे की वजह से 01 दिसंबर से यूपी समेत इन राज्यों में जाने वाली ट्रेनें रद होने लगी, यहाँ देखें सूची ..

देश के उत्तरी राज्यों में सर्दी अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई है और इसका असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ने लगा है। यूपी, बिहार, पंजाब राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों में जाने वाली ट्रेनें रद होने लगी हैं। कई ट्रेनों के कैंसिल होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे की वजह से ट्रेनें कई घंटे तक लेट चल हो रहीं हैं। 

मौसम की पूर्व सूचना के आधार पर कोहरा पड़ने की संभावना को देखते हुए रेलवे ने एक दिसंबर से लंबी दूरी की कई सवारी ट्रेनों को रद करने की तैयारी कर ली है। सर्दियों में हर साल कोहरे के दिनों में रेलवे को सुरक्षा के मद्देनजर सवारी गाड़ियों का संचालन रोकना पड़ता है। इस बार सर्दी अभी शुरू हुई हैं, लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर एक दिसंबर से फिर कोहरा पड़ने की संभावना है।

इसे देखते हुए रेलवे ने एक दिसंबर से 28 फरवरी तक मुरादाबाद मंडल से होकर गुजरने वाली 38 यात्री रेलगाड़ियों को निरस्त करने की तैयारी कर ली है। इनके अलावा 12 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट (यात्रा की दूरी कम करके) और 4 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद भी किया गया है। यानी कि कोहरे की वजह से तीन महीने तक कुल 54 रेलगाड़ियां प्रभावित रहेगी।

इनमें से ज्यादातर ट्रेन लक्सर, हरिद्वार और रुड़की स्टेशन से होकर गुजरने वाली हैं। हरिद्वार से श्री गंगानगर (14711) और श्री गंगानगर से हरिद्वार (14712) को शॉर्ट टर्मिनेट कर सहारनपुर से हरिद्वार के बीच चलाया जाएगा। मुरादाबाद मंडल के सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने बताया कि 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक कोहरे के कारण रेल संचालन प्रभावित रहेगा। सूबेदारगंज से ऊधमपुर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन (04141-42) को विस्तार मिला है। 

लक्सर से होकर गुजरने वाली ये ट्रेनें हुईं रद
बनारस देहरादून (14265-66), अमृतसर जयनगर (14673-74), योगनगरी ऋषिकेश प्रयागराज (14229-30), चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ (15903-04), जलियांवाला बाग टाटा नगर (18103-04), अमृतसर बनमखी (14617-18), बरौनी अंबाला (14523-24), हरिद्वार लोकमान्य तिलक (12171-72), अमृतसर कोलकाता (12317-18), हावड़ा देहरादून (12369-70), कोलकाता अमृतसर (12358-58) 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com