हवा की दिशा में बदलाव के साथ ही दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण का प्रकोप बढ़ने लगा है। राजधानी में शुक्रवार सुबह धुंध की मोटी चादर दिखाई दी। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। कम विजिबिलिटी को लेकर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इस बीच पराली के धुएं की हिस्सेदारी में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
एयर क्वालिटी में सुधार की उम्मीद
दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआई सुबह 5 बजे 303 रहा। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का कहना है कि 10-18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। इसके साथ ही शुक्रवार से वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है। दिल्ली के कई इलाकों की हवा अब भी बेहद खराब श्रेणी में चल रही है।
ग्रैप समिति स्थिति की समीक्षा करेगी
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति की ग्रैप समिति समीक्षा करेगी। केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के मुताबिक, शुक्रवार को होने वाली इस बैठक में आगे के लिए निर्णय भी लिए जाएंगे। दिल्ली में 16 दिनों बाद बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 260 के अंक पर गया था, जबकि एक दिन बाद ही गुरुवार को यह 295 के अंक पर पहुंच गया। आयोग ने बताया कि प्रदूषण की स्थिति पर नजदीक से निगरानी रखी जा रही है। इस संबंध में शुक्रवार को बैठक होगी, जिसमें प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ आगे के लिए निर्णय भी लिए जाएंगे।
दिल्ली में वाहनों पर प्रतिबंध 13 नवंबर तक जारी रहेगा
बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली की सीमा में बीएस-4 डीजल और बीएस-3 पेट्रोल वाहनों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध 13 नवंबर तक जारी रहेगा। परिवहन विभाग में उच्च अधिकारियों ने प्रतिबंध हटाने को लेकर गुरुवार को समीक्षा बैठक की। बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारियों ने तर्क दिया कि अभी प्रदूषण स्तर में उतनी कमी नहीं आई है कि प्रतिबंध हटा लिया जाए। इसलिए कुछ दिन इंतजार किया जाना चाहिए। इसलिए फैसला लिया गया है कि बीएस-4 डीजल और बीएस-3 पेट्रोल वाहनों पर लगा प्रतिबंध जारी रहेगा।