बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार के पास की दीवारों में दरारें आ गई हैं। हालांकि, इन दरारों से मंदिर के लिए किसी तरह का खतरा नहीं है। मौके पर पहुंची आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की टीम ने कहा कि इन दरारों का जल्दी उपचार कर लिया जाएगा। एएसआई के ट्रीटमेंट एक्सपर्ट नीरज मैठाणी के नेतृत्व में पहुंची टीम ने बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार के पास आई दरारों का निरीक्षण किया।
ट्रीटमेंट एक्सपर्ट नीरज मैठाणी और आशीष सेमवाल ने बताया कि सिंहद्वार के पास की दीवारों पर हल्के क्रेक हैं। दरारों के उपचार के लिए एएसआई की ओर से सर्वेक्षण का काम शनिवार को पूरा कर लिया गया है। बदरीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय और मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरीश गौड़ भी इस दौरान एएसआई की टीम के साथ मौजूद रहे।
अजेंद्र अजय ने बताया कि दीवारों पर आई दरारों को एएसआई ने मामूली बताया है। इनसे मंदिर को किसी तरह का खतरा नहीं है। बद्रीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया सिंहद्वार के निकट भोगमंडी की ओर की दीवारों पर ये हल्की दरारें वर्षों से हैं।