उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के दौरान गुरुवार को कच्चे एवं पुराने जर्जर मकान गिरने की पांचवीं घटना में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिले में दीवार एवं मकान गिरने की कल देर रात से शुरू हुई इन घटनाओं में मृतकों की संख्या 10 हो ग है, जबकि 07 अन्य घायल हुए हैं। मृतकों में 07 मासूम बच्चे शामिल हैं।
जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि इटावा के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पथरिया मुहल्ला में दोपहर लगभग 12 बजे एक जर्जर मकान गिरने से 03 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना में दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुये हैं। जिला प्रशासन एवं पुलिस ने घटना की सूचना मिलने पर तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरु कराया। मकान के मलबे से हताहतों को बाहर निकाल कर घायलों को इलाज के लिये अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
पुलिस के अनुसार मृतकों बच्चों में आलिया (7 साल), आहिल (8 महीने) और सुहाना (13 महीने) शामिल हैं। वहीं, 30 वर्षीय चंदा और 69 वर्षीय कादरी बेगम इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले जिले में घर और दीवार ढहने की कुल 04 घटनाओं में 04 सगे भाई बहनों एवं एक दंपति सहित 07 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 05 अन्य घायल हो गये। इस तरह की पांचवीं घटना के बाद मृतकों की संख्या 10 और घायलों की संख्या 07 हो गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने इटावा जिले में दीवार और कच्चा मकान गिरने की घटनाओं पर गुरुवार को संज्ञान लेते हुए इनमें हुई जनहानि पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों का समुचित उपचार कराने और मृतकों के परिजनों को 04-04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के नर्दिेश दिये हैं।
इन घटनाओं के बारे में इटावा के जिलाधिकारी अवनीश राय ने जानकारी देते हुए बताया कि कच्चे मकान और दीवार ढहने की चार घटनाओं में 07 लोगों के मरने और 05 अन्य के घायल होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि इटावा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत चंद्रपुरा गांव में बीती रात करीब 01 बजे एक कच्चे मकान की दीवार ढहने से घर का एक हस्सिा गिर गया। इसमें एक ही परिवार के 06 लोग मलबे में दब गये।
जब तक गांव वाले उन्हें निकालने की कोशिश करते तब तक 04 मासूम सगे भाई-बहनों की दर्दनाक मौत हो गयी। बच्चों की दादी और एक अन्य मासूम गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों को उपचार के लिए जिला मुख्यालय स्थित डा. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकत्सिालय में भर्ती करा दिया गया है। डॉक्टरों की टीम दोनों घायलों के उपचार में जुटी हुई है।
राय ने बताया कि इस घटना के मृतकों में शिंकू (10 साल),अभि (8 साल), सोनू (7 साल) और आरती (5 साल) शामिल है। इस हादसे में मृतक बच्चों की 75 साल की दादी श्रीमती शारदा देवी और 4 साल का ऋषभ गंभीर रूप से घायल हो गये। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक चारों भाई बहनों के माता-पिता की 2 – 3 साल पहले क्षय रोग से मौत हो चुकी है। बच्चों के पिता अवनीश और मां पूजा की मौत के बाद पूरा घर बार बेसहारा हो गया था।
दूसरी घटना इटावा के इकदिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत कृपालपुरा गांव के पास हुयी, जहां भाटिया पेट्रोल पंप की दीवार ढहने से एक दंपत्ति की दर्दनाक मौत हो गयी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक रामसनेही (65 साल) और उनकी पत्नी रेशमा (63 साल), भाटिया पेट्रोल पंप की दीवाल के किनारे सो रहे थे। तभी देर रात दीवार गिरने के बाद दोनों मलबे में दब गये। जब तक उनको निकाला जाता तब तक दोनों की मौत हो गयी। दोनों को इटावा स्थित डा. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकत्सिालय ले जाया गया। जहां ड्यूटी पर मौजूद डा. सौरभ गुप्ता ने दंपति को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
इसके अलावा जिले के बकेबर थाना क्षेत्र में अन्दाबा गांव में दीवार गिरने से झोपड़ी में सो रहे मजदूर जबर सिंह की मौत होने की प्रशासन ने पुष्टि की है। लगातार हो रही बारिश के दौरान यह घटना कल देर रात हुयी। जिले में इस तरह की चौथी घटना बसरेहर थाना क्षेत्र के कल्लिी सुल्तानपुर गांव में हुई। गांव में एक कच्चे घर की दीवार गिरने से मलबे में दब कर तीन लोग घायल हो गये। सभी घायलों को उपचार के लिये स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। तीनों घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है।