जब मीटर रीडर आपके घर आएं तो उससे इस बारे में पूछें और अपनी केवाईसी जरूर करा लें। इससे बिजली निगम बिल से सम्बन्धित जरूरी सूचनाएं समय-समय पर आपको देता रहेगा साथ ही क्षेत्र में बिजली कटने की जानकारी लें।
‘नो योर कस्टमर’ यानी केवाईसी अब तक बैंक खातों और रसोई गैस कनेक्शन जारी रखने के लिए ही अनिवार्य हुआ करता था, अब बिजली कनेक्शन के मामले में भी इसे अनिवार्य बनाया जा रहा है। गोरखपुर जोन में 30 सितम्बर तक 12.50 लाख बिजली उपभोक्ताओं की केवाईसी होनी है। इसका जिम्मा बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों को दिया गया है। इस बार जब मीटर रीडर आपके घर आएं तो उससे इस बारे में पूछें और अपनी केवाईसी जरूर करा लें। इससे बिजली निगम बिल से सम्बन्धित जरूरी सूचनाएं समय-समय पर आपको देता रहेगा साथ ही क्षेत्र में बिजली कटने की जानकारी भी मिलेगी।
केवाईसी के लिए आपको अपना कोई मोबाइल नंबर, वाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी आदि मीटर रीडर को देना होगा। ऊर्जा निगम के चेयरमैन के निर्देश पर मुख्य अभियंता ने जोन के सभी 22 वितरण खंडों को लक्ष्य दिया है। सभी को रोजाना 1800 कनेक्शनों पर केवाईसी करनी है। वितरण खण्डों ने संविदा कर्मियों और मीटर रीडरों को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
अब तक 8.50 लाख कनेक्शन पर केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जोन के विभिन्न वितरण खंडों के करीब 12.50 लाख कनेक्शन पर 30 सितम्बर तक केवाईसी की जानी है। उपभोक्ता चाहें तो खुद जाकर भी अपना मोबाइल नम्बर, वाट्सएप नम्बर व ईमेल आईडी कनेक्शन के साथ सिस्टम में अपडेट करा सकते है।
केवाईसी से उपभोक्ताओं को यह लाभ होगा अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में बिजली निगम की सभी सुविधाएं हाईटेक हो जाएंगी। यदि ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में कनेक्शन के साथ मोबाइल नम्बर या व्हाट्सएप नम्बर अपडेट रहेगा तो जानकारी परक सूचनाएं मिलती रहेंगी। मसलन यदि उपभोक्ता अपने पंजीकृत नम्बर से कस्टमर केयर पर काल करके शिकायत दर्ज कराएगा तो उसे कनेक्शन आईडी नहीं बतानी पड़ेगी। समस्या का निस्तारण होने पर वाट्सएप नम्बर पर सूचना मिलेगी। इस संबंध में गोरखपुर जोन के मुख्य अभियंता ई.एके सिंह ने कहा कि चेयरमैन के निर्देश पर जोन के 22 वितरण खण्डों के करीब 21 लाख कनेक्शन पर केवाईसी की प्रक्रिया चल रही है।
अब तक करीब 8.50 लाख कनेक्शन पर केवाईसी पूरी हो चुकी है। शेष 12.50 लाख कनेक्शनों पर केवाईसी के निर्देश सभी खण्डों को दिए है। हर हाल में 30 सितम्बर तक केवाईसी पूरी करनी है। इसमें लापरवाही पर अभियंता खुद ही जिम्मेदार होंगे।
वितरण मंडलों में उपभोक्ता और केवाईसी
वितरण मंडल बिजली कनेक्शन केवाईसी पूरी
– ग्रामीण मंडल प्रथम 3.04 लाख 70 हजार
– ग्रामीण मंडल द्वितीय 3.02 लाख 1.10 लाख
– नगरीय वितरण मंडल 2.20 लाख 90 हजार
– वितरण मंडल देवरिया 4.42 लाख 1.60 लाख
– वितरण मंडल कुशीनगर 4.70 लाख 2.65 लाख
– वितरण मंडल महराजगंज 4.10 लाख 1.05 लाख