महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हुए इस्तीफा दिया, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस जारी।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति गठबंधन में खींचतान अपने चरम पर है। भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच यह बहस जारी है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा – देवेंद्र फडणवीस या एकनाथ शिंदे। मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संवैधानिक बाध्यता के तहत अपने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन नए मुख्यमंत्री की घोषणा पर सस्पेंस बरकरार है।
भाजपा का रुख: “बिहार मॉडल महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा”
भाजपा ने साफ किया है कि बिहार मॉडल महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा,
“महाराष्ट्र में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद का कोई वादा नहीं किया गया था। चुनाव परिणाम के आधार पर मुख्यमंत्री का निर्णय होगा।”
भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने भी इस बात को खारिज किया कि शिंदे को पहले से मुख्यमंत्री पद का आश्वासन दिया गया था। उन्होंने कहा,
“मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भाजपा जल्द ही अपना विधायक दल का नेता चुनेगी।”
महायुति गठबंधन की स्थिति
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटें जीतीं। भाजपा ने 132 सीटों पर जीत हासिल की, जिससे देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार बन गए। शिंदे गुट ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं।
शिंदे का इस्तीफा और भाजपा की रणनीति
एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने मंगलवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। राज्यपाल ने शिंदे को नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने को कहा।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शिवसेना द्वारा शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए रखने की मांग ने पार्टी नेतृत्व को नाराज कर दिया है। इसके चलते शिंदे समर्थकों द्वारा मंगलवार सुबह मुंबई में शक्ति प्रदर्शन की योजना भी रद्द कर दी गई।
फडणवीस को मिल सकता है तीसरा कार्यकाल
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने संकेत दिए कि देवेंद्र फडणवीस को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, भाजपा ने अभी औपचारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है।
आज आ सकता है फैसला
शिवसेना प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि मंगलवार रात या बुधवार सुबह मुख्यमंत्री पद पर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। शिंदे, फडणवीस और अजित पवार ने भाजपा के शीर्ष नेताओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की।