आजकल के भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसमें हमारे खराब खान पान और लाइफस्टाइल के चलते गंभीर बीमारियां भी शामिल हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक इनफर्टिलिटी की समस्या इन दिनों पुरुषों में काफी ज्यादा पाई जा रही है। हाल ही में हुए एक शोध से पता चलता है कि परफ्यूम, साबुन और डियोड्रेंट के ज्यादा इस्तेमाल से भी स्पर्म काउंट घटने लगता है।
हालांकि, ज्यादातर रिसर्चस एक हद तक धूम्रपान, शराब का सेवन, अत्यधिक व्यायाम और मोटापा को भी स्पर्म काउंट घटने का कारण बताते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी कारण हैं जो एक बड़े ही परेशान कर देने वाले मुद्दे की तरफ ध्यान आकर्षित कर रहे हैं और इन कारणों को लेकर हमारा जागरूक होना बेहद जरूरी है। यो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ चौंका देने वाले कारण बताएंगे जिससे आपमें इनफर्टिलिटी जैसी गंभीर परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
दरअसल, आजकल के मॉडर्न जनरेशन में प्लास्टिक के कंटेनर, बोतल बंद पानी और खाना को लेकर एक अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। मगर क्या आपको पता है इसमें BPA (बिस्फेनॉल ए) पॉलीकार्बोनेट इस्तेमाल किया जाने वाला एक केमिकल मिला होता है। जो एस्ट्रोजन पर काफी ज्यादा प्रभाव डालती है। ठीक ऐसे ही साबुन, डिओडोरेंट, मॉइस्चराइज़र और आफ़्टरशेव जैसे प्रतिदिन इस्तेमाल में आने वाले कई उत्पादों में पैराबेन नामक तत्व मौजूद होते हैं, जो सिंथेटिक केमिकल्स होते हैं। इन केमिकल्स का इस्तेमाल प्रिज़र्वेटिव के रूप में होता है।
हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि ऐसे पैराबेन का अगर हम ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इस से स्पर्म काउंट घटने लगता है और पुरुषों में इसकी वजह से धीरे-धीरे इनफर्टिलिटी की शिकायत उत्पन्न होने लगती है। इस केमिकल को ज्यादा मात्रा में उपयोग करने वाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी हो जाती है।