देवरिया के DM अखंड प्रताप सिंह जिले में लगातार किसानों का आय को कैसे बढ़ाया जाय जिससे किसान खुशहाल रह सके इसके लिये काफी प्रयास कर रहे है. और उसे धरातल पर भी उतार रहे है जहां जिले में नये-नये तकनीकी से खेती करने के लिये किसानो से लगातार सम्पर्क कर उनसे पहल भी कर रहे है.
वहीं कर्मठी युवा जो बेरोजगार किसान है उन्हें भी खेती, किसानी, पशुपालन, मत्स्य पालन जैसे तमाम योजनाओं से जोड़ कर उन्हें प्रोत्साहित कर रहे है. वहीं आज डीएम के पहल पर एक नई शुरुआत हुई है जहां एक गांव में मत्स्य पालक केंद्र में मखाना के पौधे की रोपाई हुई जो इस जनपद के लिए स्मरणीय रहा.

वहीं डीएम ने बताया कि जनपद में किसानों के लिए जिले में पहली बार एक अभिनव प्रयोग किया है जो जिले के किसानों के लिए वरदान साबित होगी. कम लागत में किसान अच्छा मुनाफा कमाएगा.वहीं डीएम अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद मखाना की खेती करने वाले क्षेत्रों के राष्ट्रीय मानचित्र पर आ गया है.
यह जनपद की आर्थिक तरक्की का आधार बनेगा जिले के भौगोलिक प्रोफइल में लगभग 30 हजार हेक्टेयर भूमि लो-लैंड एवं जलमग्न क्षेत्र चिन्हित है.इन क्षेत्रों के लिए मखाना की खेती वरदान सरीखी सिद्ध होगी. देवरिया की जलवायु में मिथिला जैसी उत्पादकता देने का सामर्थ्य है.

आज मखाना के जिस पौध की रोपाई हुई है वह स्वर्ण वैदेही प्रजाति की है, जिसे काला हीरा नाम से भी जाना जाता है उन्होंने किसानों से व्यापक पैमाने पर मखाना की खेती प्रारंभ करने का अनुरोध किया.
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